पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा समेत 9 लोगों को सुनाम कोर्ट ने दो साल की सुजा सुनाई है. कोर्ट ने सभी आरोपियों को साल 2008 में हुए एक पारिवारिक झगड़े में दोषी पाया है. अमन अरोड़ा पर आरोप है कि उनका अपने जीजा राजिंदर दीपा के साथ पारिवारिक झगड़ा हुआ था, जिसमें अमन अरोड़ा ने अपने कुछ साथियों के साथ उनके घर पर हमला कर दिया था. इस घटना के संबंध में राजिंदर दीपा ने मामला दर्ज कराया था, जिसमें अब 15 साल के बाद अमन अरोड़ा समेत 9 लोगों को दो-दो साल की सजा सुनाई है.
अमन आरोड़ा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर संगरूर के सुनाम से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं. अमन अरोड़ा इस वक्त पंजाब में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन, मुद्रण और स्टेशनरी, रोजगार सृजन, प्रशिक्षण विभाग और शासन सुधार और शिकायतों का निवारण के कैबिनेट मंत्री हैं.
अमन आरोड़ा ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जसविंदर सिंह धीमान को भारी मतों के अंतर से हराया था. इस चुनाव में अमन आरोड़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी धीमान को 75,277 मतों के अंतर से हराया था. उस वक्त वे आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल हुए और उन्हें बड़े विभाग आवास और शहरी विकास और लोक संपर्क मिले थे.
साल 2016 में AAP में शामिल हुए थे अमन अरोड़ा
सुनाम विधानसभा क्षेत्र से आने वाले आम आदमी पार्टी विधायक अमन अरोड़ा मुख्यमंत्री ने रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग दिया था. उस वक्त सूचना और जनसंपर्क विभाग भी उनके पास ही था, जिसे बाद उसे चेतन सिंह जौरामाजरा को दे दिया था. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने बड़ी जीत हासिल की. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमन अरोड़ा, लालजीत सिंह भुल्लर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, चेतन सिंह जौरामाजरा और अनमोल गगन मान के विभागों में फेरबदल किया था और अमन अरोड़ा से दो महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे. आवास और शहरी विकास विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास ले लिया है.