पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने आज दोपहर में इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने इसके पीछे “व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं” की वजह बताई है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम लिखे इस्तीफे में लिखा है कि ”व्यक्तिगत कारणों और अन्य प्रतिबद्धता के कारण मैं पंजाब के गवर्नर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के तौर पर अपना इस्तीफा देता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।”
83 वर्षीय बनवारी लाल पुरोहित इससे पहले 2017 से 2021 के बीच तमिलनाडु के गवर्नर रहे हैं. 2016-2017 के बीच वह असम के गवर्नर भी रह चुके हैं. जबकि अगस्त 2021 में उन्होंने पंजाब के 29वें गवर्नर के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने करीब साढ़े तीन साल बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बनवारीलाल पुरोहित भारतीय जनता पार्टी की तरफ से नागपुर लोकसभा सीट से तीन बार सांसद भी रह चुके हैं. वहीं, इसके पहले वह दो बार कांग्रेस के टिकट से इसी सीट से सांसद रहे हैं.
Punjab Governor Banwarilal Purohit resigns from the post citing personal reasons
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— ANI Digital (@ani_digital) February 3, 2024
राज्यपाल और सीएम के बीच चल रही थी तनानती
बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच अनबन चल रही थी. सीएम मान ने दो दिन पहले ही गवर्नर पर निशाना साधते हुए उनपर तंग करने के आरोप लगाए थे. मान ने कहा था कि प्रदेश में हमारी चुनी हुई सरकार है. हम निर्वाचित तरीके से राज करेंगे या सेलेक्टेड तरीके से शासन करेंगे. लोकतंत्र में निर्वाचित तरीके से शासन होता है. भगवंत मान ने यह भी कहा था कि राज्यपाल बात-बात पर कह देते हैं कि यह गैरकानूनी और वह कानूनी है. बता दें कि राज्यपाल के साथ उनकी तनातनी की वजह कुछ विधेयक भी थे जिन्हें राज्यपाल ने पहले मंजूरी नहीं दी थी जिसके खिलाफ मान सुप्रीम कोर्ट गए थे. इसके बाद फिर राज्यपाल ने विधेयकों को मंजूरी दे दी थी.
अमित शाह से हुई थी मुलाकात
बता दें कि अभी कल ही बनवारीलाल पुरोहित ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी। पंजाब का राज्यपाल होने के साथ-साथ बनवारीलाल पुरोहित केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक भी रह चुके हैं। वहीं कल शुक्रवार को गृह मंत्री कार्यालय ने उनकी और अमित शाह के बीच हुई बैठक के बारे में जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री मंत्री अमित शाह और बनवारीलाल पुरोहित के बीच हुई यह बैठक चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत के बाद हुई थी। ऐसे में इस बैठक के कई कयास लगाए जा रहे थे।
आप से भी चल रही थी तकरार
हाल ही में चंडीगढ़ मेयर चुनाव में तीनों पदों पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रखा है, जोकि कांग्रेस-आप गठबंधन के लिए बड़ा एक झटका है। आम आदमी पार्टी ने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया था। इसके अलावा पंजाब की आप सरकार लगातार राज्यपाल पर निशाना साधती रही है। जनवरी महीने में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूछा था कि पारिवारिक विवाद मामले में दोषी ठहराए गए राज्य मंत्री अमन अरोड़ा को अभी तक मंत्री पद से क्यों नहीं हटाया गया और विधानसभा सदस्यता क्यों नहीं खत्म की गई। वहीं, बीजेपी और अकाली दल ने एक्शन की मांग की थी।