राजस्थान में अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने पर बर्खास्त हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़़ा (Rajendra Gudha) के घर बुधवार (2 अगस्त 2023) की रात पुलिस पहुँची। पुलिस का कहना है कि गुढ़ा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। कॉन्ग्रेस MLA राजेंद्र गुढ़ा ने ‘लाल डायरी’ के जरिए सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को लेकर कई बड़े खुलासे करने का दावा किया है।
राजेंद्र गुढ़ा के घर पहुँची पुलिस टीम से ‘आज तक’ ने बात की। इस बातचीत में थाना अधिकारी ने कहा है कि राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ 2 जुलाई 2023 को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। यानी एक दिन पहले। इस मामले की जाँच के लिए पुलिस उनके घर पहुँची है।
हॉस्पिटल में कब्जा मामले में लटक रही गिरफ्तारी की तलवार
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में रह रहे डॉक्टर बनवारी लाल मील के हॉस्पिटल की जमीन पर कब्जा मामले में राजेंद्र गुढ़ा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले में पुलिस ने साल 2022 में गुढ़ा के पीए दीपेंद्र सिंह और साले अभय सिंह व बिल्डर सत्यनारायण गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
बाद में पुलिस ने राजेंद्र गुढ़ा को भी आरोपित बनाया था। अब इस मामले की जाँच का जिम्मा सीआईडी-सीबी को दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि जाँच की अगली कड़ी में गुढ़ा को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। विधानसभा में लाल डायरी दिखाने के बाद गहलोत सरकार ने इसकी फिर से जाँच शुरू की है।
प्रदेश के जलदाय मंत्री और कॉन्ग्रेस नेता महेश जोशी ने गुढ़ा पर मानहानि का दावा करने की धमकी दी है। वहीं, गुढ़ा के नजदीकी माने जाने वाले उदयपुरवाटी नगरपालिका के सभापति रामनिवास सैनी को सरकार ने निलंबित कर दिया है। स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक हृदेश शर्मा ने चार बागवानों की भर्ती में अनियमितता बताकर सैनी के खिलाफ जाँच के आदेश दिए हैं।
राजेंद्र गुढ़ा ने जारी किए ‘लाल डायरी’ के पन्ने
राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार (2 अगस्त, 2023) को जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘लाल डायरी’ के 3 पन्ने जारी किए थे। गुढ़ा ने दावा किया कि सीएम गहलोत के करीबी और राजस्थान पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने इन पन्नों में गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और भवानी सामोता समेत कई लोगों के लेन-देन के बारे में लिखा है।
भवानी समोता पूर्व RAS अधिकारी हैं और अभी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव हैं। समोता कॉन्ग्रेस के नेता और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के करीबी हैं। वे सीपी जोशी के निजी सचिव भी रह चुके हैं।
बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा द्वारा विधानसभा में ‘लाल डायरी’ लहराने के बाद से भाजपा राजस्थान की गहलोत सरकार पर हमलावर है। वहीं, अशोक गहलोत की सरकार राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ दर्ज पुराने मुकदमे को खोल रही है। इसके साथ ही उन पर कार्रवाई के जरिए दबाव बनाया जा रहा है।
इस कार्रवाई को लेकर गुढ़ा का कहना है कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इन मुकदमों के जरिए उन्हें जेल में भी डाला जा सकता है। गुढ़ा का कहना है कि यदि उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाला तो ‘सरकार के समाचार समाप्त हो जाएँगे। लोग कहेंगे वन्स अपॉन ए टाइम, देयर वॉज ए अशोक गहलोत (एक समय था, जब अशोक गहलोत थे)’।
बताते चलें कि साल 2020 में जब अशोक गहलोत सियासी संकट में फँसे थे तो राजेंद्र गुढ़ा ने उनकी भरपूर मदद की थी। गुढ़ा ने बसपा के सभी छह विधायकों को कॉन्ग्रेस में शामिल करवाया था। इसके बाद कॉन्ग्रेस की सरकार बची थी।