जैसलमेर: सहायक प्रशासनिक अधिकारी शकूर खान पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, 7 दिन की रिमांड पर भेजा गया
राजस्थान के जैसलमेर से एक बड़ा सुरक्षा मामला सामने आया है, जहां रोजगार कार्यालय में तैनात सहायक प्रशासनिक अधिकारी (AAO) शकूर खान को भारत की सामरिक सूचनाएं पाकिस्तान को भेजने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सीआईडी (सुरक्षा) और अन्य खुफिया एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के बाद की गई। कोर्ट ने शकूर को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, जबकि पुलिस ने 10 दिन की रिमांड की मांग की थी।
क्या हैं आरोप?
- शकूर खान पर भारत से जुड़ी संवेदनशील और सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजने का आरोप है।
- उसने पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत संदिग्धों, खासकर अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और सोहेल कमर से लगातार संपर्क बनाए रखा।
- दानिश को पहले ही “अवांछित व्यक्ति” घोषित कर भारत से निष्कासित किया जा चुका है।
- शकूर ने दानिश की मदद से कई बार पाकिस्तान का वीज़ा प्राप्त किया और वहां की यात्राएं कीं।
- पाकिस्तान प्रवास के दौरान ISI (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) एजेंट से संपर्क किया और भारत लौटने के बाद वॉट्सऐप जैसे ऐप्स के जरिए संवेदनशील जानकारियां साझा कीं।
कौन है शकूर खान?
- शकूर जैसलमेर जिला रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्यरत था।
- सूत्रों के अनुसार, वह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे शाले मोहम्मद का निजी सहायक (PA) भी रह चुका है।
- हालांकि, पुलिस ने उसके राजनीतिक संबंधों पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
कानूनी कार्रवाई
- शकूर पर शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 (Official Secrets Act) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
- पुलिस और खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिससे यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ बन गया है।
महत्वपूर्ण संकेत
- यह मामला न केवल जासूसी का है, बल्कि यह दर्शाता है कि सरकारी पदों पर तैनात अधिकारी भी देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं, जिससे आंतरिक सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
- जैसलमेर जैसे सीमावर्ती जिले में पदस्थ अधिकारी की पाकिस्तान से मिलीभगत होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंताजनक संकेत है।