अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने राजस्थान में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे जघन्य अपराधों, पेपरलीक की घटनाओं तथा भ्रष्टाचार के विरोध में जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में विशाल ‘न्याय हुंकार सभा’ आयोजित की। इसमें राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विशेष बात यह रही कि सभा में करौली में दुष्कर्म के बाद मार दी गई बेटी के परिवारीजन भी शामिल हुए। इन लोगों ने उपस्थित छात्रों को घटना की विस्तृत जानकारी दी। बता दें कि राजस्थान में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के विरोध में अभाविप ने 3 अगस्त को करौली से न्याय पदयात्रा शुरू की थी। यह पदयात्रा लगभग 180 किमी की यात्रा तय कर जयपुर पहुंची थी।
इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि राजस्थान का युवा अन्याय के विरुद्ध बिगुल बजा चुका है। राजस्थान में अपराधों का आंकड़ा आश्चर्यजनक रूप से बढ़ रहा है। राजस्थान में युवा शक्ति अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध एकजुट है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी आवाज तब तक उठाती रहेगी, जब तक प्रदेश में अपराध खत्म नहीं हो जाता। राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं की आज वही दुखद स्थिति है जो मुगलों के क्रूर शासन के दौरान हुआ करती थी।
अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि आज राजस्थान का युवा त्रस्त है, पीड़ा में है, न्याय यात्रा इस पीड़ा के प्रति जागरुकता लाई है। सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि राजस्थान में अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को राजस्थान सरकार पुलिसिया दमन से डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन छात्र डरेंगे नहीं।