हिंडौन के नादौती थाना के भीलापाड़ा मोड़ पर एक कुएं में गुरुवार को एक युवती का शव मिला। युवती बुधवार सुबह से घर से लापता थी। परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है। मृतका के चेहरे पर तेजाब के निशान मिले हैं। हिंडौन के राजकीय चिकित्सालय में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
भारतीय जनता पार्टी ने युवती की हत्या और दुष्कर्म मामले की जांच के लिए प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति तुरंत प्रभाव से करौली जाकर सम्पूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को रिपोर्ट सौंपेगी। समिति में प्रदेश महामंत्री व सांसद दीया कुमारी, भरतपुर सांसद रंजीता कोली और महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुमन शर्मा को शामिल किया गया है। टोडाभीम, डीएसपी अमरसिंह ने बताया है कि युवती के चेहरे और हाथ पर सफेद निशान हैं। किसी ने तेजाब डाला है। युवती बुधवार से लापता थी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। मृतका करौली जिले के टोडाभीम थाना क्षेत्र के मनोहरपुर गांव की रहने वाली है। उसके पिता दुबई में मजदूरी करते हैं।
सूचना मिलने पर सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा अपने समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल में डेरा डाले हुए हैं। डॉ. मीणा ने हत्या का खुलासा करने और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व आर्थिक सहायता देने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहनपुरा, टोडाभीम में वंचित समुदाय की बेटी को तड़के सुबह मुंह में कपड़ा ठूंस कर घर से उठाया। फिर गैंगरेप किया। गोली मारी, मरी नहीं तो तेजाब डाला और फिर कुएं में फेंका। क्रूरता की इंतहा पार करने वाले दरिंदगों को पुलिस शीघ्र गिरफ्तार करें और सरकार कड़ी सजा सुनिश्चित करें। न्याय के लिए परिजनों के साथ हिंडौन में हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में महिलाओं पर अत्याचार को बढ़ावा मिल रहा है। सांसद ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर डॉक्टर्स को लताड़ लगाई। उन्होंने कहा किसी दबाव में आकर युवती की रिपोर्ट को गलत मत बनाना। उन्होंने जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह से फोन पर वार्ता कर मेडिकल बोर्ड द्वारा बताई रिपोर्ट पर आपत्ति जताई।
विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कब तक हर रोज़ इस तरह की मन विचलित करने वाली ख़बर सामने आती रहेगी। करौली टोडाभीम के नादौती क्षेत्र में वंचित समुदाय की बेटी को एसिड से जलाकर उसकी हत्या कर कुएं में शव फेंकने की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान है। कांग्रेस सरकार के साढ़े चार सालों के कार्यकाल में राजस्थान की माताओं और बहनों पर हो रहें अत्याचार और उत्पीड़न के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जनता कभी माफ नहीं करेगी।