राजस्थान में महिला अपराधों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, वहीं अब बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंता में डालने वाली खबर सामने आई है। राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक स्कूल का हाल देखकर आप हैरान हो जाएंगे। यह स्कूल सरकारी है और बच्चों की दुर्दशा को बयान करने के लिए काफी है। रेत में बैठकर बच्चे पढ़ाई करते हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस पर संज्ञान लिया है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने राजस्थान के बाड़मेर का दौरा किया। यहां उन्होंने भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित रामसर ब्लॉक के सुवाडा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की तस्वीरें देखीं तो हैरान हो गए। उन्होंने इस स्कूल की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों की दुर्दशा बयान करने के लिए ये तस्वीरें काफ़ी हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये बताया कि राजस्थान के इस सरकारी स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक के लिए केवल एक शिक्षक है। यह स्कूल छप्पर में चलता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार क़ानून के घोर उल्लंघन के लिए राजस्थान की सरकार को नोटिस जारी किया जा रहा है।