चारधाम यात्रा में पिछले साल 46 लाख श्रद्धालु आए थे, इस साल दो महीने के यात्रा सीजन में 20 जून तक तीस लाख तीर्थयात्रियों की संख्या पार कर गई है। बाबा केदारनाथ में 10.20 लाख, श्रीबद्रीनाथ में 8.85 लाख, गंगोत्री धाम में 5.36 लाख और यमुनोत्री धाम में 4.46 लाख श्रद्धालु पहुंचे। श्री हेमकुंड साहिब में एक माह में 85 हजार तीर्थ यात्री आए हैं।
खास बात ये है कि कठिन पैदल यात्रा के बावजूद इस साल बाबा केदारनाथ धाम आने वालो की संख्या श्री बद्रीनाथ धाम से अधिक है। जबकि आमतौर पर श्री बद्रीनाथ धाम में यात्री संख्या हर साल अधिक रहती आई है। धार्मिक पर्यटन से जुड़े रविंद्र पोखरियाल कहते हैं कि पहले लोग बद्रीनाथ धाम इसलिए ज्यादा संख्या में आते दिखते थे कि वहां कार या अन्य वाहनों से आना-जाना आसान है और पैदल नहीं चलना पड़ता। माना जा रहा है कि रोपवे बन जाने से बाबा केदारनाथ और श्री हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्या में और इजाफा होगा।
श्री बद्रीनाथ नगरी में भी इन दिनों कॉरिडोर निर्माण का काम चल रहा है। भविष्य में यात्रियों की सुविधाएं बढ़ जाने से यहां भी लाखों तीर्थ यात्रियों के आने की संभावनाएं व्यक्त की गई हैं। पीएम मोदी और सीएम धामी कहते रहे हैं कि उत्तराखंड में चार धामों में अगले दशक में इतने यात्री आने वाले हैं, जितने पिछले सौ साल में भी नही आए होंगे। यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए उनकी ये बात भी सच साबित होने वाली दिखाई दे रही है।