प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम राज्य की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर जो वर्चुअल संबोधन दिया, वह न सिर्फ एक औपचारिक बधाई संदेश था, बल्कि उसमें सिक्किम की उपलब्धियों की सराहना, भविष्य की विकास यात्रा की झलक, और राष्ट्रीय एकता में राज्य की विशेष भूमिका को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया।
50 वर्ष की लोकतांत्रिक यात्रा: सिक्किम का स्वर्ण जयंती समारोह
🔹 घटना | सिक्किम राज्य बनने के 50 वर्ष पूरे |
---|---|
🔹 तारीख | 30 मई 2025 |
🔹 स्थान | गंगटोक (PM ने वर्चुअली संबोधित किया) |
🔹 मौजूदगी | मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग व अन्य गणमान्य |
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के प्रमुख संदेश:
1. लोकतांत्रिक विश्वास और आत्मिक जुड़ाव
“50 वर्ष पहले सिक्किम ने अपने लिए एक लोकतांत्रिक भविष्य चुना।
यह सिर्फ भूगोल से नहीं, भारत की आत्मा से जुड़ने का निर्णय था।”
- पीएम मोदी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सिक्किम ने न केवल संविधान को अपनाया, बल्कि भारत की संवेदनाओं, मूल्यों और सांस्कृतिक आत्मा से भी गहरा नाता जोड़ा।
#WATCH | Gangtok | At the 50th anniversary celebrations of Sikkim’s statehood, PM Narendra Modi says, "I also wanted to be a part of this celebration with you. I left Delhi early in the morning and reached Bagdogra, but the weather prevented me from going further… But such a… pic.twitter.com/K4E00ZFm47
— ANI (@ANI) May 29, 2025
2. प्रकृति और प्रगति का संतुलन
“सिक्किम प्रकृति के साथ प्रगति का आदर्श मॉडल बन चुका है।”
- 100% ऑर्गेनिक स्टेट,
- बायोडायवर्सिटी हब,
- और संस्कृति-संरक्षण का उदाहरण — पीएम ने कहा कि सिक्किम ने विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाकर पूरे देश को रास्ता दिखाया।
#WATCH | Gangtok, Sikkim | PM Narendra Modi says, "Viksit Bharat will be formed on four strong pillars: the poor, farmers, women, and the youth… On today's occasion, I want to show appreciation to the farmers of Sikkim with an open heart. Sikkim is at the forefront of the new… pic.twitter.com/GcHF8tkHxV
— ANI (@ANI) May 29, 2025
3. कनेक्टिविटी से बदली किस्मत
“पहले दिल्ली से दूरी विकास में बाधा थी, अब कनेक्टिविटी विकास का नया दरवाज़ा बन रही है।”
- नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे सड़क, रेल, एयरपोर्ट, इंटरनेट, आदि में आए परिवर्तन को “न्यू इंडिया की विकास गाथा” बताया।
#WATCH | Gangtok | PM Narendra Modi virtually lays the foundation and inaugurates multiple development projects in Sikkim, including a new 500-bedded District hospital worth over Rs 750 crore in Namchi district, Passenger Ropeway at Sangachoeling, Pelling in Gyalshing District,… pic.twitter.com/3uJgpgZhvp
— ANI (@ANI) May 29, 2025
4. सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का गौरव
“कंचनजंगा नेशनल पार्क, झीलें, झरने, बौद्ध मठ — सिक्किम की पहचान को पूरी दुनिया में मान्यता मिली है।”
- यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट,
- नया स्काईवॉक,
- अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा — ये सब सिक्किम की नई उड़ान के प्रतीक बताए।
#WATCH | Gangtok, Sikkim | PM Narendra Modi says, "During the NITI Aayog Governing Council's meeting in Delhi, I said that every state should develop such tourist destinations that can establish themselves internationally. The time has come for Sikkim to become a global tourist… pic.twitter.com/Gaxc4qaWX6
— ANI (@ANI) May 29, 2025
यात्रा रद्द होने पर अफसोस और आभार
“मौसम ने मुझे आपके दरवाजे तक तो पहुंचाया, लेकिन आगे नहीं जाने दिया।”
- पीएम ने यह बताते हुए मानवीय संवेदना दिखाई कि वह स्वयं गंगटोक आना चाहते थे, लेकिन मौसम बाधा बना। फिर भी उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर अपने जुड़ाव की भावना को दर्शाया।
नए प्रोजेक्ट्स की सौगात:
प्रधानमंत्री मोदी ने कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास वर्चुअली किया। इनमें शामिल हैं:
- स्वर्ण जयंती प्रोजेक्ट
- नया स्काईवॉक
- अटल जी की प्रतिमा का अनावरण
#WATCH | Gangtok, Sikkim | PM Narendra Modi says, "All you people of Sikkim understand the power of tourism well. Tourism is not just about entertainment, but also a celebration of diversity. But what terrorists did in Pahalgam wasn't just an attack on India, but on humanity and… pic.twitter.com/969JQmyXCk
— ANI (@ANI) May 29, 2025
PM मोदी का भविष्य की ओर संकेत:
“आज के आयोजन में सिक्किम की भविष्य यात्रा की झलक भी दिखाई देती है।”
- यह बयान बताता है कि केंद्र सरकार सिक्किम को हिमालयी क्षेत्र में नेतृत्वकारी राज्य के रूप में देख रही है, खासतौर पर ग्रीन डेवलपमेंट, टूरिज्म और ऑर्गेनिक फार्मिंग में।
PM मोदी का यह संबोधन एक दृष्टिकोण की प्रस्तुति था—जहां सिक्किम सिर्फ एक सीमावर्ती राज्य नहीं, बल्कि भारत के भविष्यवादी, टिकाऊ विकास मॉडल का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उन्होंने सिक्किमवासियों को राष्ट्रीय गौरव का हिस्सा बताया और विकास की मुख्यधारा में उनकी भागीदारी को सलाम किया।