भारत की ऐतिहासिक सफलता: 10वें एशिया-पैसिफिक डेफ गेम्स में 55 पदक
भारत की 68 सदस्यीय टीम ने 10वें एशिया-पैसिफिक डेफ गेम्स में 55 पदक जीतकर एक नई उपलब्धि हासिल की है। इस बार भारत ने 8 स्वर्ण, 18 रजत और 29 कांस्य पदक जीते और 21 देशों के बीच पाँचवें स्थान पर रहा। यह प्रदर्शन भारत के 1984 के पहले सीजन के बाद अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन:
- एथलेटिक्स:
- भारतीय टीम ने 28 पदक जीते, जिनमें 5 स्वर्ण, 12 रजत, और 11 कांस्य शामिल हैं।
- यह एथलेटिक्स में अब तक का भारत का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है।
- बैडमिंटन:
- भारत ने 6 पदक जीते, जिसमें 3 रजत और 3 कांस्य शामिल हैं।
- शतरंज:
- भारत ने 3 पदक जीते, जिसमें 1 रजत और 2 कांस्य शामिल हैं।
- जूडो:
- भारतीय खिलाड़ियों ने 7 पदक जीते, जिनमें 2 स्वर्ण और 5 कांस्य शामिल हैं।
- टेबल टेनिस:
- 3 पदक जीते, जिसमें 1 रजत और 2 कांस्य शामिल हैं।
- कुश्ती:
- भारतीय कुश्ती टीम ने 8 पदक जीते, जिसमें 1 स्वर्ण, 1 रजत और 6 कांस्य शामिल हैं।
पिछली भागीदारी से 11 गुना बेहतर प्रदर्शन:
2015 में भारत ने इस प्रतियोगिता में 5 पदक जीते थे, जिनमें 2 स्वर्ण और 3 रजत शामिल थे, और वह उस समय 9वें स्थान पर रहा था। लेकिन इस बार भारतीय टीम ने 11 गुना अधिक पदक जीतकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की है।
केंद्रीय मंत्री का सम्मान:
केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने इस सफलता पर भारतीय टीम को बधाई दी। उन्होंने अपनी विशेष बातचीत में कोच और सहयोगी स्टाफ सहित भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और सफलता की सराहना की।
महत्त्वपूर्ण तथ्य:
- भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन इस प्रतियोगिता में रहा है।
- यह सफलता भारत के खेलों में निरंतर सुधार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय खिलाड़ियों की बढ़ती पहचान को दर्शाती है।
- आगे बढ़ते खेलों में भारत की क्षमता और मजबूत होती जा रही है, खासकर विकलांग खेलों में।
Interacted with the Indian contingent for the 10th Asia-Pacific Deaf Games 2024 and extended heartfelt congratulations to them for their phenomenal achievement of securing 55 medals at the event.
Their unwavering determination and outstanding success are not only inspirational… pic.twitter.com/goWVY9NkIW
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 9, 2024
SAI ने निभाई अहम भूमिका
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) ने नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और इंदिरा गांधी स्टेडियम, SAI NCOE सोनीपत और SAI क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ में 68 एथलीटों के लिए एशिया-पैसिफिक डेफ गेम्स से पहले अनुशासन-वार प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए। SAI ने मलेशिया में यात्रा और आवास के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की। जिसके कारण भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन में काफी सुधार देखने को मिला।
एशिया-पैसिफिक डेफ गेम्स 2024 में इन एथलीट ने किया शानदार प्रदर्शन
प्रियंगा परमराज एथलेटिक्स में एक प्रमुख एथलीट के रूप में उभरीं, जिन्होंने भारत के स्वर्ण और रजत पदक जीतने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। व्यक्तिगत स्प्रिंट और रिले दोनों ही इवेंट में शानदार प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता उनकी बहुमुखी प्रतिभा और सहनशक्ति को दर्शाती है। इसी तरह, रिले इवेंट में रिधम शर्मा के गोल्ड मेडल उनकी टीमवर्क और धीरज को दर्शाते हैं। 400 मीटर हर्डल रेस में उनका रजत पदक तकनीकी रूप से अधिक चुनौतीपूर्ण स्पर्धाओं को संभालने में उनकी कुशलता को दर्शाता है।
विनीथ मणि ने व्यक्तिगत और टीम दोनों ही इवेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। जिससे उनकी गति और निरंतरता साबित हुई। 400 मीटर में उनका प्रदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा, जिससे उन्हें स्वर्ण पदक मिला। सान्या डोंगरे ने भी अपनी स्प्रिंटिंग प्रतिभा का प्रदर्शन किया, महिलाओं की 4 x 100 मीटर रिले में गोल्ड और महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ दोनों में कांस्य पदक जीता, जिससे स्प्रिंट में उनके निरंतर प्रदर्शन को दर्शाया गया।
बैडमिंटन में, जेरलिन अनिका जयराचगन टॉप एथलीट के रूप में उभरीं, उन्होंने चार पदक हासिल किए। मिक्स्ड डबल्स और मिक्स्ड टीम इवेंट में रजत, और महिला सिंगल्स और महिला डबल्स में कांस्य। सिंगल्स और डबल्स इवेंट में उनका प्रदर्शन काफी कमाल का रहा। फ्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन कुश्ती दोनों इवेंट में सुमित दहिया का दबदबा उनकी ताकत, तकनीक और बहुमुखी प्रतिभा का प्रमाण है। उनके दो गोल्ड मेडल उन्हें कुश्ती अनुशासन में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों में से एक के रूप में उजागर करते हैं। इसके अलावा जूडो में, मिलनमीत कौर ने अंडर 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक और टीम महिला इवेंट में कांस्य पदक जीता, जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत और टीम प्रतियोगिताओं में अपने कौशल का प्रदर्शन किया।