मनु भाकर, जो भारत की स्टार शूटर हैं और पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीत चुकी हैं, हाल ही में खेल रत्न अवॉर्ड के मुद्दे को लेकर चर्चा में हैं। 22 वर्षीय मनु ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस विषय पर अपना पक्ष रखते हुए अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है।
मनु भाकर का बयान:
मनु भाकर ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए कहा:
- अवार्ड्स मोटिवेशन हैं, लक्ष्य नहीं: उनका प्राथमिक उद्देश्य देश के लिए मेडल जीतना है, ना कि व्यक्तिगत अवॉर्ड।
- उन्होंने साफ किया कि वह अवॉर्ड्स को प्रेरणा के रूप में देखती हैं, लेकिन यह उनके खेल जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स और विवाद:
- कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मनु भाकर को खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामित नहीं किया गया है।
- इस पर उनके पिता का बयान भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने इस फैसले पर सवाल उठाया था।
मनु की सफाई का महत्व:
- इस बयान से मनु ने यह संदेश दिया है कि उनकी प्राथमिकता हमेशा देश के लिए खेलना और उसे गौरवान्वित करना है।
- उन्होंने खेल और उपलब्धियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सामने रखते हुए विवाद से खुद को अलग रखने का प्रयास किया है।
मनु भाकर की उपलब्धियां:
- मनु ने अपने करियर में कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के लिए स्वर्ण और रजत पदक जीते हैं।
- पेरिस ओलंपिक 2024 में उन्होंने दो मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया।
- वह भारत की युवा प्रतिभाओं में से एक हैं और भारतीय निशानेबाजी में प्रेरणा स्रोत बनी हुई हैं।
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) December 24, 2024
मनु ने इस तरह पेरिस में जीते 2 ओलंपिक मेडल
बता दें कि मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके बाद उन्होंने इसी ओलंपिक में शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर एक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. वह शूटिंग में कोई मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. वहीं वो एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भी पहली भारतीय हैं. मनु अब सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं, उनके इंस्टाग्राम पर करीब 20 लाख फॉलोअर्स हैं. मनु एक ओलंपिक में 3 मेडल जीतने वाली एकमात्र भारतीय बनकर इतिहास रचने की कगार पर थीं, लेकिन वो महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल इवेंट में मामूली अंतर से चूक गईं.