ना सैलरी, ना फंडिंग…बलिया की ‘नारी ब्रिगेड’ बनी गरीबों के लिए फरिश्ता, मिला इंटरनेशनल डायमंड अवार्ड!
सनन्दन उपाध्याय/बलिया- अपनों के लिए तो सभी जीते हैं, लेकिन जब कोई दूसरों की सेवा को अपना उद्देश्य बना ले, तो वह समाज में प्रेरणा का स्रोत बन जाता है. बलिया जिले की कुछ ऐसी ही महिलाएं हैं, जिन्हों?...