26 अगस्त: मां पद्मिनी जौहर दिवस.. जो मलेक्ष खिलजी की परछाई तक खुद पर न पड़ने की शपथ के साथ जय भवानी का उद्घोष करते हुए 16 हजार वीरांगनाओं के साथ कूद गईं थी अग्नि कुंड में
भारत की नारियों का वो स्वरूप और पवित्रता की वो पराकाष्ठा ही ये जो संसार में हर सर को भारत की नारियों के सम्मान में झुका गया था . वो सर आज भी झुका है भले ही अपना ईमान और कलम एक ही परिवार में बेच चुके...