भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने 12 दिसंबर को सिंगापुर में विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 18 साल की उम्र में चीन के गत चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस जीत के साथ, गुकेश सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने वाले खिलाड़ी बन गए। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने भारतीय शतरंज को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
Congratulations to @DGukesh on becoming the youngest-ever World Chess Champion at 18!
Your remarkable achievement continues India's rich chess legacy and helps Chennai reaffirm its place as the global Chess Capital by producing yet another world-class champion.
Tamil Nadu is… pic.twitter.com/pQvyyRcmA1
— M.K.Stalin (@mkstalin) December 12, 2024
जीत के मुख्य बिंदु:
- उम्र में इतिहास:
- 18 साल के गुकेश सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने वाले खिलाड़ी हैं।
- यह खिताब पहले डिंग लिरेन के पास था, जो इस बार दूसरे स्थान पर रहे।
- पुरस्कार राशि:
- गुकेश को उनकी जीत के लिए 11 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई।
- डिंग लिरेन को 10.13 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला।
- मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की घोषणा:
- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुकेश को उनकी ऐतिहासिक जीत पर 5 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुकेश को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी।
- भारतीय फिल्मी हस्तियों, क्रिकेटरों और जनता ने भी सोशल मीडिया पर उनकी इस सफलता का जश्न मनाया।
गुकेश की सफलता का महत्व:
- उनकी जीत भारत के शतरंज खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है, जो विश्व स्तर पर अपनी छवि को मजबूत कर रहे हैं।
- यह उपलब्धि भारत के उभरते हुए युवा खिलाड़ियों को शतरंज में नई ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
गुकेश की यह ऐतिहासिक जीत न केवल शतरंज प्रेमियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। उनके करियर और उपलब्धियों पर अधिक जानकारी की आवश्यकता हो, तो आप मुझसे पूछ सकते हैं।
To honour the monumental achievement of @DGukesh, the youngest-ever World Chess Champion, I am delighted to announce a cash prize of ₹5 crore!
His historic victory has brought immense pride and joy to the nation. May he continue to shine and achieve greater heights in the… pic.twitter.com/3h5jzFr8gD
— M.K.Stalin (@mkstalin) December 13, 2024
चैंपियनशिप 25 नवंबर को हुई थी शुरू
विश्व शतरंज चैंपियनशिप का आयोजन 25 नवंबर को सिंगापुर में शुरू हुआ. यह टूर्नामेंट वहां रिसॉर्ट्स वर्ल्ड सेंटो स्थित इक्वेरियर होटल में आयोजित किया गया था. चीन के डिंग लिरेन और तमिलनाडु के शतरंज ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने भारत की ओर से प्रतिस्पर्धा की. गुरुवार 12 दिसंबर को गुकेश और डिंग के बीच चैंपियनशिप का 14वां और आखिरी राउंड हुआ.
इससे पहले खेले गए 13 राउंड में दोनों ने 2-2 मैच जीते थे, जबकि बाकी 9 मैच ड्रॉ रहे थे. ऐसे में दोनों के बराबर 6.5 पॉइंट्स थे. अगर ये मैच भी ड्रॉ होता तो दोनों के 7-7 पॉइंट्स होते और फिर फैसला टाईब्रेकर से होता लेकिन चेन्नई के चमत्कारी ग्रैंडमास्टर गुकेश ने इसकी नौबत नहीं आने दी. भारतीय सनसनी ने इस आखिरी मैच में चीनी ग्रैंडमास्टर को मात देते हुए 7.5 6.5 के अंतर से खिताब अपने नाम कर लिया.
सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन
इस जीत के साथ, 18 वर्षीय डी. गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए और विश्वनाथन आनंद के बाद भारत की ओर से शतरंज खिताब जीतने वाले दूसरे व्यक्ति बन गए.