कर्नाटक के बेलगावी में अवैध शराब तस्करी के एक हाईटेक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया है. आबकारी विभाग की कार्रवाई में यहां भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई है. पूरा ऑपरेशन आबकारी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. मंजूनाथ के नेतृत्व में चलाया गया. विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि बेलगावी स्थित उत्पाद शुल्क विभाग के कार्यालय में जब ट्रांसफार्मर खोला गया तो लोग चकित रह गए. इस तरह भी तस्करी की जा सकती है, किसी ने कभी सोचा भी नहीं था.
बेलगावी आबकारी विभाग का कहना है यहां ‘पुष्पा’ फिल्म की तर्ज पर अवैध शराब तस्करी नेटवर्क चलाया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक शराब से भरी लॉरी को गोवा से तेलंगाना ले जाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि जब्त की गई शराब को तेलंगाना विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल किया जाना था. बेलगावी तालुक में हिरेबगेवाड़ी टोल के पास इसे जब्त किया गया है.
पावर ट्रांसफार्मर के बक्सों में रखी थी शराब
तेलंगाना में चुनाव प्रचार इन दिनों जोरों पर है. आबकारी विभाग के अधिकारियों को इस बाबत पहले से भनक थी. जब्त की गई शराब को ट्रांसफार्मर-टाइप कंटेनरों में ले जाया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक लॉरी में रखे पावर ट्रांसफार्मर के दो बड़े बक्सों में करीब 10 लाख रुपये की शराब रखी गई थी.
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई करके जिस लॉरी ड्राइवर को गिरफ्तार किया है, उसका नाम श्रीराम परेड है, वह मुंबई का निवासी है. पूछताछ करने पर उसने बताया है कि बिजली ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल करने के पीछे की खास वजह थी. उसका कहना है- ट्रांसफार्मर देखकर किसी को शक नहीं होता और कोई चेक नहीं करता.
मास्टरमाइंड तेलंगाना में बैठकर कर रहा था कंट्रोल
चौंकाने वाली बात ये है कि पूरे मामले में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा था. तस्करी का मास्टरमाइंड तेलंगाना में बैठकर जीपीएस और ऐप के जरिए लॉरी को कंट्रोल कर रहा था. जैसे ही लॉरी को कब्जे में लिया गया, आरोपियों ने जीपीएस को ब्लॉक कर दिया. लेकिन आबकारी विभाग की कार्रवाई से बच नहीं सका.