5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद अब सिर्फ एक ही राज्य से कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए अच्छी खबर आ रही है और वो है तेलंगाना। तेलंगाना में जीत के लिए 60 सीटों की आवश्यकता होती है, कॉन्ग्रेस 65 सीटें अपने नाम करती दिख रही हैं। ये सत्ताधारी BRS और मुख्यमंत्री KCR के लिए भी एक बड़ा झटका है। रेवंत रेड्डी के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जो अगले मुख्यमंत्री माने जा रहे हैं। वो राज्य में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। पुलिस महानिदेशक (DGP) खुद उनसे मिलने उनके आवास पर पहुँचे और उन्हें जीत की बधाई दी।
रेवंत रेड्डी को लेकर कॉन्ग्रेस पार्टी के भीतर कुछ नेताओं में नाराज़गी थी, लेकिन 54 वर्षीय नेता ने इसके बावजूद अपनी स्टाइल से राज्य में पार्टी का चुनाव प्रचार सँभाला। जुलाई 2021 में उन्हें राज्य में कॉन्ग्रेस की कमान दी गई थी। पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और उन्होंने बड़ी-बड़ी रैलियाँ भी की। कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र भी वो जीतते हुए दिख रहे हैं। वहीं कोदंगल से भी वो जीत रहे हैं। कामारेड्डी BRS का गढ़ माना जाता है, ऐसे में वहाँ केसीआर के लिए पार्टी की हार बेइज्जती के समान होगी।
रेवंत रेड्डी के खिलाफ एक बात जाती है कि उन्होंने 2017 में ही पार्टी ज्वाइन की है, उससे पहले वो TDP में हुआ करते थे। अखंड आंध्र प्रदेश में TDP का अच्छा प्रभाव था, लेकिन तेलंगाना में नहीं है। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद उपचुनावों और स्थानीय निकाय के चुनावों में हार के बाद कॉन्ग्रेस की स्थिति भी उस समय ख़राब थी। कई नेताओं ने रेवंत रेड्डी को ‘तानाशाह’ बता कर कॉन्ग्रेस छोड़ भी दिया था। मलकाजगिरी से सांसद रेवंत रेड्डी महबूबनगर से आते हैं।
अगस्त 2023 में रेवंत रेड्डी के खिलाफ पुलिस को धमकी देने को लेकर 3 थानों में FIR दर्ज की गई थी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर सत्ताधारी दल BRS (पूर्व में TRS) के लिए काम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ऐसे पुलिस वालों की जम कर पिटाई होगी और एक लाल डायरी में उनका नाम नोट किया जा रहा है ताकि कॉन्ग्रेस की सरकार बनने पर उन पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा था कि इन पुलिस अधिकारियों को सब कुछ सूद समेत लौटाया जाएगा।
Revanth Reddy leaving his residence to address the media at Gandhi Bhavan#RevanthReddy #TelanganaAssemblyElections2023
— Vamsi Kaka (@vamsikaka) December 3, 2023
उन पर किसान विरोधी बयान देने के भी आरोप लगे थे। उन्होंने कहा था कि किसानों को प्रतिदिन सिर्फ 3 घंटे की बिजली की ही ज़रूरत है। इस पर BRS ने ये कहते हुए हमला बोला था कि रेवंत रेड्डी किसानों को 24 घंटे पॉवर सप्लाई दिए जाने के खिलाफ हैं। एक बार उन्होंने KCR को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर वो गजवेल से नहीं लड़ते हैं तो उन्हें न पुरुष समझा जाएगा न महिला। उनकी इस टिप्पणी को समलैंगिक विरोधी कमेंट के रूप में देखा गया था।