तेलंगाना में सीएम का नाम फाइनल कर दिया गया है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के सीएम होंगे। गौरतलब है कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना में कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं और चुनाव जीतने के बाद से वह आलाकमान की पहली पसंद बने हुए थे। जब कांग्रेस ने तेलंगाना में जीत हासिल की, उसी वक्त से ये चर्चा शुरू हो गई थी कि रेड्डी को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के नायक बनकर उभरे रेड्डी
तेलंगाना में कांग्रेस को जो जीत हासिल हुई, उसमें तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने अहम भूमिका निभाई। शायद यही वजह है कि सीएम पद के लिए वह पार्टी की पसंद बने। गौरतलब है कि तेलंगाना में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। कर्नाटक के बाद तेलंगाना दक्षिण का दूसरा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार बनेगी।
तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान रेड्डी की राहुल और प्रियंका से काफी नजदीकियां सामने आईं। जिसके बाद चुनावी पंडित ये अंदाजा लगाने लगे थे कि अगर तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिलती है तो रेड्डी सीएम बन सकते हैं।
Revanth Reddy is all set to be the new Chief Minister of Telangana. He is likely to take oath on December 7, a few ministers will also be taking oath along with him. A unanimous decision was taken in the CLP meet in Hyderabad and the final decision to appoint the CM was left to… pic.twitter.com/MXeiChcYTP
— ANI (@ANI) December 5, 2023
2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीते थे रेड्डी
रेवंत रेड्डी तेलंगाना में उन 3 सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। हैरानी की बात ये है कि रेवंत रेड्डी ने अपनी राजनीति की शुरुआत एबीवीपी से की थी। इसके बाद वह तेलगू देशम पार्टी, टीडीपी में भी रहे और बाद में कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी की जीत के नायक बने।
रेवंत रेड्डी का जन्म साल 1969 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के महबूबनगर में हुआ। साल 2009 में वे आंध्र की कोडांगल से टीडीपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वह साल 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन साल 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद साल 2019 में उन्होंने कांग्रेस से लोकसभा चुनाव में मलकाजगिरि से जीत हासिल की। साल 2021 में कांग्रेस ने उन्हें राज्य का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।
इन दिन ले सकते हैं शपथ
समाचार एजेंसी के सूत्रों की मानें तो रेड्डी के 7 दिसंबर को शपथ लेने की संभावना है। उनके साथ कुछ मंत्री भी शपथ लेंगे। हैदराबाद में सीएलपी बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया और सीएम नियुक्त करने का अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया गया है।