अक्सर हम लोग बैठते समय अपने बॉडी पोश्चर का ख्याल नहीं रखते और इस कारण कई बार पीठ में, कंधों में दर्द या अकड़न का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक फोन चलाने और लैपटॉप पर काम करते समय भी हम अपने पोश्चर पर ध्यान नहीं देते। इसके कारण हमारा बॉडी पोश्चर बिगड़ने (Bad Body Posture) लगता है।
खराब बॉडी पोश्चर के कारण न केवल हमारे शरीर की बनावट बिगड़ने लगती है, बल्कि ज्यादा चोट लगने और मांसपेशियों व हड्डियों को नुकसान पहुंचने का खतरा भी रहता है। ऐसे में बॉडी पोश्चर को सही बनाए रखने में योग मददगार हो सकता है। आइए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के मौके पर जानते हैं कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में, जिनसे बॉडी पोश्चर को सुधारा (Yoga Poses for better Posture) जा सकता है।
चक्रवकासन
इस आसन को करने से स्पाइन स्ट्रेच होता है और फ्लेक्सिबल बनता है। साथ ही, इससे गर्दन और कंधों का तनाव भी कम होता है। इस योगासन को करने के लिए अपने हाथों और घुटनों के बल झुक जाएं। इसके बाद गहरी सांस लेते हुए अपनी पीठ को नीचे की तरफ मोड़ें और गर्दन को ऊपर की ओर मोड़ें। सांस छोड़ते हुए अपनी पीठ को ऊपर की ओर उठाएं और गर्दन को नीचे छुकाएं। इससे स्ट्रेचिंग होती है, जिससे बॉडी पोश्चर में सुधार होता है और साथ ही, ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।
बालासन
इस आसन से कंधों, हिप्स और स्पाइन को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। इस आसन को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाइए और अपने हाथों को आगे की ओर स्ट्रेच करते हुए, अपने माथे को जमीन पर लगाइए। इस आसन से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और कंधों, पीठ और हिप्स की स्ट्रेचिंग होती है।
उत्कटासन
इस आसन में आपको कुर्सी का पोज लेना होता है। इस आसन से पीठ और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। साथ ही, इसके आपका बॉडी पोश्चर भी बेहतर होता है। इससे कंधों की मांसपेशियां भी मजबूत होती है और उनका तनाव कम होता है।
उष्ट्रासन
इसमें घुटनों के बल खड़े हो जाएं और धीरे-धीरे पीछे की ओर मुड़ने की कोशिश करते हुए, अपने हाथों से अपने पैरों को छुएं। इस आसने को करने से स्पाइन की स्ट्रेचिंग होती है। साथ ही, फोन आदि पर काम करते हुए झुककर बैठने के कारण बिगड़े हुए पोश्चर को भी ठीक करने में मदद मिलती है।
भुजंगासन
भुजंगासन में जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को अपने कंधों के बगल में रखें। अब धीरे-धीरे अपने शरीर के आगे के हिस्से को हाथों पर जोर देते हुए उठाएं और पीछे की तरफ मोड़ने की कोशिश करें। इससे भी पीठ की स्ट्रेचिंग होती है और नेक हंप जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है।