बहराइच में हिंसा के मामले में अभियुक्तों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिम घायल हो गए। यह मुठभेड़ नानपारा बाईपास के पास हांडा बसेहरी नहर के पास हुई थी, जहां पुलिस की आत्मरक्षार्थ चलाई गई गोली से दोनों अभियुक्तों के पैरों में गोली लगी। यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था), अमिताभ यश ने बताया कि एनकाउंटर के बाद पुलिस ने पांचों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। यह सभी अभियुक्त हिंसा के मामले में वांछित थे और नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे।
13 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में दुर्गा जी की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पथराव की घटना हुई, जिसमें मुस्लिम युवकों ने श्रद्धालुओं पर पथराव किया। इस हमले के कारण दुर्गा जी की प्रतिमा खंडित हो गई। घटना की वजह यह बताई जा रही है कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से गुजरते समय श्रद्धालुओं द्वारा बजाए जा रहे डीजे पर मुस्लिम युवकों ने आपत्ति जताई, जिससे तनाव उत्पन्न हो गया।
यह घटना संवेदनशीलता के कारण क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर गई, और इसके बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। पुलिस ने मामले में सख्ती से कार्रवाई करते हुए दोषियों की पहचान की और घटना के जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त बल तैनात किया, ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द बना रहे।
बहराइच के महसी क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बंद कराने को लेकर शुरू हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मुस्लिम युवकों द्वारा विरोध करने पर कहासुनी बढ़ गई, और यह विवाद हिंसा में बदल गया। इस दौरान हमलावरों ने गोलीबारी की, जिससे राम गोपाल मिश्र नाम के एक हिंदू युवक की मृत्यु हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। हिंसा के दौरान कई जगहों पर तोड़फोड़ भी की गई, जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया। प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत कर दी गई है।