कोलकाता में RG कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। यह छापेमारी उनके वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी करने के आरोपों के बाद की गई है। संदीप घोष के ठिकानों पर लगभग 100 मेम्बरों की एक टीम छापेमारी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार (6 सितम्बर, 2024) को यह छापेमारी सुबह से ही चालू हो गई थी। ED ने संदीप घोष के तीन ठिकानों की तलाश चालू की है। बताया गया है कि इनमें से एक संदीप घोष के रिश्तेदार का घर भी शामिल है। संदीप घोष के खिलाफ ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। यह छापेमारी इसी कड़ी में हुई है।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: Enforcement Directorate raid underway at the residence of former principal of Kolkata's RG Kar Medical College Sandip Ghosh.
ED had registered a case of PMLA in the financial irregularities case. Ghosh is presently in the custody of CBI pic.twitter.com/WJUE9UhbUb
— ANI (@ANI) September 6, 2024
ED ने उनके खिलाफ यह मामला अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी करने के आरोपों के बाद दर्ज किया था। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने अस्पताल की मेडिकल सप्लाई और बायोमेडिकल वेस्ट तस्करी करके बांगलादेश भेजा। उनके संदीप घोष के ऊपर यहाँ तक आरोप है कि वह लाशों की तस्करी करते हैं।
संदीप घोष के खिलाफ RG मेडिकल कॉलेज के ही पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने शिकायत दर्ज करवाई थी। अख्तर अली ने उनके वित्तीय अनिमितताओं के अलावा यह भी आरोप लगाया था कि वह यहाँ ठेके देने में पक्षपात करते हैं। संदीप घोष के ऊपर भाई-भतीजावाद का भी आरोप लगा था।
अख्तर अली की शिकायत के बाद इस मामले की जाँच कोलकाता पुलिस कर रही थी। बाद में इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि इसकी जाँच भी CBI करे। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की बात होने के कारण ED भी जुड़ गई थी। अब ED की जाँच आगे बढ़ गई है।
इस मामले के केंद्र रहने वाले संदीप घोष 1994 डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करके सर्जन बने थे। उन्होंने इसी RG मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई की है। साल 2021 में वो आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल बने। इससे पहले, उन्होंने कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज में उप-प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया था।
हालाँकि संदीप घोष के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिसिंपल बनने के पीछे अलग कहानी थोड़ी आसामान्य है। आजतक के मुताबिक, जब प्रिसिंपल के पद को लेकर इंटरव्यू चल रहे थे, तो संदीप घोष का नाम 16वें स्थान पर था। लेकिन रातोंरात वो सभी कैंडिडेट्स को पीछे छोड़कर लिस्ट में टॉप पर पहुँच गए और प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त हो गए।
गौरतलब है कि 9 अगस्त, 2024 को RG कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव कॉलेज में ही पड़ा हुआ मिला था। इस मामले में कॉलेज और पुलिस पर पहले परिजनों को गुमराह करने का आरोप लगा था। मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। इस मामले में संदीप घोष भी हिरासत में हैं।