अमेरिका के हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने ऐतिहासिक बिल पास किया है. जिसके तहत चाइनीज ऐप टिक-टॉक को बैन किया जा सकता है. इस बिल के तहत टिकटॉक की मूल कंपनी ‘बाइटडांस’ को अमेरिका में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए 6 महीने का समय दिया जाएगा. हालांकि, अभी इस बिल को सीनेट और राष्ट्रपति से मंजूरी मिलना बाकी है. टिकटॉक के उपर लंबे समय से चीनी सरकार से जुड़े होने का आरोप हैं. अमेरिका में टिकटॉक के 170 मिलियन यूजर हैं, टिकटॉक पर बैन के विरोध में सरकार विरोधी संगठन फ्री स्पीच के हनन का आरोप लगा रहा है.
टिकटॉक बैन अमेरिका के लिए नया हो सकता है, लेकिन दुनिया के लिए ये नया नहीं है दुनिया के कई देश टिकटॉक पर पहले ही बैन लगा चुके हैं. टिकटॉक बैन के पीछे हर देश का अलग तर्क हैं. टिकटॉक बैन करने वाले देशों में भारत का नाम सबसे पहले आता है, आइये जानते हैं, कौन से वे देश है जिन्होंने टिकटॉक पर बैन लगाया और क्यों.
सबसे पहले भारत ने किया था बैन
इस लिस्ट में सबसे पहला नंबर भारत का है. 2020 में LAC पर चीन के साथ भारतीय सैनिकों की घातक झड़प के बाद भारत में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जून 2020 में हिमालय में चीनी सैनिकों के साथ सीमा विवाद में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. जिसके बाद भारत ने टिकटॉक और मैसेजिंग ऐप वीचैट समेत 50 से ज्यादा चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया था. फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक उस समय भारत में लगभग 150 मिलियन टिकटॉक यूजर थे, जो उस समय इसका सबसे बड़ा विदेशी बाजार था.
ब्रिटेन में सरकारी नौकर नहीं चलाते टिकटॉक
ब्रिटेन ने पिछले साल सरकारी मंत्रियों और सिविल नौकरों के टिकटॉक इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. इस बैन के पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया था, जिसके बाद ब्रिटिश संसद ने अपने नेटवर्क से जुड़े उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस से टिकटॉक को बैन कर दिया.
चीन के दोस्त पाकिस्तान ने भी लगाया था बैन
2021 में पाकिस्तान के अधिकारियों ने टिकटॉक पर ‘अश्लीलता और अनैतिकता’ फैलने की शिकायतों के बाद इस पर बैन लगा दिया था. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक प्रतिबंध के एक महीने से भी कम समय बाद इसको हटा भी लिया गया था.
ऑस्ट्रेलिया- कनाडा
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया सरकार ने खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों से सलाह के बाद देश में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था. अप्रैल में सरकार ने एक निर्देश जारी करते हुए इस ऐप को बैन कर दिया था.कनाडा ने भी फरवरी 2023 टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था. कनाडाई सरकार ने इस बैन के पीछे की वजह सुरक्षा कारणों को बताया था.
इंडोनेशिया में अश्लीलता फैलने का विवाद
इंडोनेशिया ने एडल्ट और मिसलीडिंग कंटेट का हवाला देते हुए टिकटॉक को 2018 में अस्थायी रूप से बैन कर दिया था. बाद में टिकटॉक ने इंडोनेशिया सरकार की शर्तों पर राजी होकर गलत चीजे को सेंसर कर एक हफ्ते से भी कम समय में बैन को हटवा लिया था.
सोमालिया में भी नहीं चलता टिकटॉक
सोमालिया के संचार मंत्री ने ये कहते हुए टिकटॉक पर बैन लगाया था कि हम युवाओं में हानिकारक प्रभाव डालने वाली ऐप्स को बंद करेंगे. सोमालिया सरकार ने टिकटॉक के साथ टेलीग्राम और ऑनलाइन जुआ वेबसाइट 1xBet पर भी बैन लगा दिया था.