पिछले कई महीनों से जिस सवाल को बार-बार दोहराया जा रहा था कि कर्नाटक में किसकी सरकार? अब जनता ने इसका जवाब दे दिया है. कर्नाटक में कांग्रेस (Congress) पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाते हुए दिखाई दे रही है. कांग्रेस हाईकमान का कहना है कि कल बैठक के बाद यह तय होगा कि कर्नाटक की कुर्सी की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी. कर्नाटक चुनाव परिणाम आने के बाद से विपक्ष के नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर तंज किया है. तंज कसने वालों में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और जनता दल (JDU) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह का नाम भी शामिल है.
सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नकारात्मक, सांप्रदायिक और झूठे प्रचार वाली राजनीति का अंत शुरू हो गया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक का संदेश ये है कि भाजपा की नकारात्मक, सांप्रदायिक, भ्रष्टाचारी, अमीरोन्मुखी, महिला-युवा विरोधी, सामाजिक-बंटवारे, झूठे प्रचारवाली, व्यक्तिवादी राजनीति का ‘अंतकाल’ शुरू हो गया है. ये नए सकारात्मक भारत का महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और वैमनस्य के खिलाफ सख्त जनादेश है. हालांकि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पार्टी उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में बहुत अच्छा परिणाम लेकर नहीं आई है, अब तक आए रुझानों की मानें तो नगर निगम की 17 सीटों पर भाजपा आगे नजर आ रही है.
विपक्ष के कई नेताओं ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस की सराहना की और कहा कि यह परिणाम दिखाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजेय नहीं हैं. जनता दल (JDU) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने ट्वीट कर दावा किया है कि इस कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने सभी तरीके आजमाएं, धार्मिक उन्माद चरम सीमा पर पहुंचाकर चुनाव प्रचार किया और आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने तो पद की गरिमा के विरुद्ध जाकर प्रचार किया लेकिन वहां की भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सामने सब फेल हुआ और कर्नाटक भाजपा मुक्त हुआ. उन्होंने आगे कहा कि इसके पूर्व-हिमाचल प्रदेश भाजपा मुक्त हुआ, दिल्ली नगर निगम भाजपा मुक्त हुआ. इसी साल मध्यप्रदेश भी भाजपा मुक्त होगा और 2024 लोकसभा चुनाव में देश भाजपामुक्त होगा.