रामेश्वर कैफे ब्लास्ट मामले में बड़ी अपडेट सामने आई है. इस मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एनआईए ने इस केस में दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों की पहचान अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब के नाम से हुई है. इन दोनों को एनआईए की टीम ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया है. बता दें कि 1 मार्च को बेंगलुरु के कैफे में हुए ब्लास्ट के दौरान 9 लोग घायल हो गए थे. घटना के करीब डेढ़ महीने बाद एनआईए ने 12 अप्रैल की सुबह इन दोनों ही आतंकियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि दोनों ही गलत पहचान बनाकर वहां छिपे हुए थे.
गिरफ्त में साजिशकर्ता भी
कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए ने जिन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है उनमें इस ब्लास्ट का मुख्य साजिशकर्ता भी हत्थे चढ़ गया है. दरअसल मुसाविर हुसैन शाजिब ने कैफे में आईईडी रखा था, लेकिन इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड था अब्दुल मथीन ताहा. अब्दुल ने बेंगलुरु में हुए इस धमाके की साजिश रची थी.
The absconders in the Rameswaram Cafe blast case, Adbul Matheen Taha and Mussavir Hussain Shazeb were traced out to their hideout near Kolkata and were apprehended by the NIA team.
Mussavir Hussain Shazib is the accused who placed the IED at the Café and Abdul Matheen Taha is… pic.twitter.com/gZ3odYGq7N
— ANI (@ANI) April 12, 2024
300 से ज्यादा कैमरे और सीसीटीवी फुटेज खंगाली
इन दोनों ही आतंकियों की गिरफ्तारी एनआईए के लिए आसान नहीं थी. मिली जानकारी के मुताबिक टीम ने इस दौरान 300 से ज्यादा कैमरे और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. इस मामले में एनआईए के अधिकारी ने बताया कि इस केस में एनआईए ने दो अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है.
10 लाख रुपए का था इनाम
NIA ने बेंगलुरु के रामेश्वर कैफे में हुए ब्लास्ट मामले में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपए इनाम देने की भी घोषणा की थी. इसके साथ ही एजेंसी ने पहचान बताने वाले की जानकारी को गोपनीय रखने का वादा भी किया था. इसके बाद हमलावर की एक तस्वीर जारी की गई थी, इसमें दिखाया गया था कि किस तरह शख्स कैफे में आईईडी से भरा बैग रख रहा है.