लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर मतदान हुआ। हालांकि वोटिंग के बीच बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता बुर्का विवाद की वजह से चर्चा में आ गई हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद माधवी लता पर FIR दर्ज हुई। वहीं अब माधवी ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
बुर्का विवाद पर बोलीं माधवी लता
तेलंगाना की हैदराबाद सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार माधवी लता ने बुर्का हटाकर महिलाओं का चेहरा देखने पर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत बूथों पर मतदान के साथ समझौता हुआ है। पुलिस के लोगों ने महिला पुलिस कर्मियों को बुर्का पहनने वाली महिलाओं का चेहरा वोटर आईडी से मिलाने का आदेश नहीं दिया। जब मैंने पुलिस से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ये उनकी जिम्मेदारी नहीं है।
FIR की नहीं है चिंता
FIR पर बात करते हुए माधवी लता ने कहा कि वो किसी से डरती नहीं हैं। उन्हें FIR की चिंता नहीं है क्योंकि वो यहां न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि गुरुनाथ नाम के एक पुलिस ऑफिसर से उन्होंने कहा कि बुर्का पहनकर वोट देने वाली महिलाओं का चेहरा वोटर आईडी से मिलाएं। मगर उन्होंने मना कर दिया। वहीं जब माधवी लता ने किसी महिला पुलिस अधिकारी को इस काम पर लगाने की सलाह दी तो उन्होंने कहा कि ये पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है।
#WATCH | Telangana: BJP candidate from Hyderabad Lok Sabha constituency, Madhavi Latha says, "90% of booths are compromised. Police do not want to instruct female constables to check the face with the voter ID. When I asked the police officer, he said it's not his… pic.twitter.com/zHaKmccCol
— ANI (@ANI) May 13, 2024
क्या है पूरा मामला?
हैदराबाद में मतदान के बाद माधवी लता का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो बुर्का पहनकर मतदान करने आईं मुस्लिम महिलाओं की चेकिंग कर रहीं थी। इस वीडियों में माधवी लता मुस्लिम महिलाओं की वोटर आई के साथ बुर्का हटवाकर उनका चेहरा देख रही थीं। माधवी लता की इस हरकत पर कई लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उनके खिलाफ हैदराबाद के मलकपेट पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज की गई।