ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन-पाकिस्तान की “फर्जी” प्रचार युद्ध की असलियत: एक विश्लेषण
1. पाकिस्तान और चीन का प्रोपगैंडा गठजोड़:
ऑपरेशन सिंदूर (7-10 मई 2025) में भारत द्वारा की गई निर्णायक एयरस्ट्राइक के बाद, पाकिस्तान और अब चीन भी एक प्रोपगैंडा युद्ध में कूद पड़े हैं। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के लड़ाकू विमानों को गिराया, लेकिन न तो कोई मलबा दिखाया, न कोई रडार फुटप्रिंट, न ही डिजिटल सबूत। अब चीन ने इस झूठ को “द लीजेंड ऑफ J-10” डॉक्युमेंट्री बनाकर वैश्विक स्तर पर प्रचारित करना शुरू कर दिया।
2. J-10C की डॉक्युमेंट्री और इसका मकसद:
चीन की सरकारी मीडिया CCTV द्वारा बनाई गई डॉक्युमेंट्री का उद्देश्य युवाओं में “देशभक्ति” जगाना बताया गया है, लेकिन असल में यह चीन द्वारा J-10C की वैश्विक हथियार बाज़ार में बिक्री बढ़ाने और ताइवान जैसे मुद्दों पर अपनी शक्ति दिखाने की चाल है।
हालांकि, यह डॉक्युमेंट्री उन तथ्यों पर आधारित नहीं है जो किसी स्वतंत्र या निष्पक्ष स्रोत से प्रमाणित हों।
3. HQ-9 की “नकामी” और चीनी चुप्पी:
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जहां चीन J-10C को “राष्ट्रीय गौरव” बता रहा है, वहीं उसने HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम की शर्मनाक विफलता पर पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की ओर से ब्रह्मोस और हारोप/हार्पी जैसे अत्याधुनिक मिसाइलों का प्रयोग किया गया, और चीन निर्मित HQ-9 मिसाइल डिफेंस सिस्टम एक भी मिसाइल नहीं रोक पाया।
फैक्ट: रहीम यार खान, नूर खान और रफीकी जैसे 11 एयरबेस भारतीय हमलों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए।
प्रूफ: भारत की ओर से कोई दावा नहीं, केवल उपग्रह चित्रों और OSINT स्रोतों से पुष्टि।
पाकिस्तान/चीन का दावा: बिना प्रमाण, केवल बयानों और डॉक्युमेंट्री के जरिए।
4. ब्रह्मोस बनाम HQ-9:
ब्रह्मोस मिसाइल ने न केवल HQ-9 को चकमा दिया, बल्कि कुछ जगहों पर HQ-9 रडार और लॉन्चर्स को भी तबाह कर दिया। यह चीन के डिफेंस टेक्नोलॉजी की बड़ी विफलता मानी जा रही है।
5. वैश्विक हथियार बाज़ार में प्रभाव:
चीन की रणनीति स्पष्ट है – J-10C जैसे फाइटर जेट्स की मार्केटिंग के जरिए अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को प्रभावित करना। लेकिन HQ-9 की असफलता ने चीन के हथियार सिस्टम्स की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, खासकर उन देशों में जो पहले से चीन से रक्षा उपकरण खरीदने में संकोच कर रहे थे।
6. भारत की रणनीतिक चुप्पी और प्रभावी जवाब:
जहां पाकिस्तान-चीन मीडिया युद्ध में उलझे हुए हैं, भारत की ओर से केवल सटीक प्रेस कॉन्फ्रेंस और ऑपरेशनल सफलता की पुष्टि की गई है। वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों जैसे एयर मार्शल ए.के. भारती ने साफ किया कि भारतीय विमानों को कोई नुकसान नहीं हुआ और पाकिस्तान के कई विमानों को मार गिराया गया।
निष्कर्ष:
पक्ष | दावा | प्रमाण |
---|---|---|
भारत | सफल हमले, HQ-9 को निष्क्रिय किया, J-10C को उड़ने नहीं दिया | सैटेलाइट इमेज, अंतरराष्ट्रीय विश्लेषण |
पाकिस्तान | भारतीय विमान गिराए | कोई सबूत नहीं |
चीन | J-10C की सफलता, HQ-9 पर चुप्पी | डॉक्युमेंट्री के अलावा कुछ नहीं |
चीन और पाकिस्तान का यह प्रचार युद्ध न केवल विश्व को भ्रमित करने की कोशिश है, बल्कि अपने ही नागरिकों को एक फर्जी नैरेटिव में उलझाए रखने की रणनीति भी है। लेकिन सच्चाई यह है कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की एयर पावर और टेक्नोलॉजिकल बढ़त को निर्णायक रूप से स्थापित किया है।