प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे तीसरे कार्यकाल की शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है. ये मेरा सौभाग्य तो है ही, साथ ही मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं. नालंदा एक नाम नहीं है बल्कि पहचान और गौरव है.
#WATCH नालंदा, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है। यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल एक नाम नहीं है।… pic.twitter.com/VsE0y7CxQF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि नालंदा उद्घोष है इस सत्य का कि आग की लपटों में पुस्तकें भलें जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं. अपने प्राचीन अवशेषों के समीप नालंदा का नवजागरण हुआ है. ये नया कैंपस विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा. नालंदा बताएगा कि जो राष्ट्र, मजबूत मानवीय मूल्यों पर खड़े होते हैं वो राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके बेहतर भविष्य की नींव रखना जानते हैं. नालंदा केवल भारत के ही अतीत का पुनर्जागरण नहीं है, इसमें विश्व के, एशिया के कितने ही देशों की विरासत जुड़ी हुई है. नालंदा यूनिवर्सिटी के पुनर्निर्माण में हमारे साथी देशों की भागीदारी भी रही है. मैं इस अवसर पर भारत के सभी मित्र देशों का अभिनंदन करता हूं.
दुनिया के कई देशों से छात्र नालंदा आने लगे हैं- पीएम
उन्होंने कहा कि प्राचीन नालंदा में बच्चों का दाखिला उनकी पहचान, उनकी नागरिकता को देखकर नहीं होता था. हर देश, हर वर्ग के युवा यहां आते थे. नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए कैंपस में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से मजबूती देनी है. दुनिया के कई देशों से यहां छात्र आने लगे हैं. आने वाले समय में नालंदा यूनिवर्सिटी, फिर एक बार हमारे सांस्कृतिक अदला-बदली का प्रमुख सेंटर बनेगी.
#WATCH नालंदा, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था… शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है… शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है। प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश… pic.twitter.com/40FhUwb6wB
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भारत में योग की सैकड़ों विधाएं मौजूद- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 जून को इंटरनेशनल योग डे है. आज भारत में योग की सैकड़ों विधाएं मौजूद हैं. हमारे ऋषियों ने कितना गहन शोध इसके लिए किया होगा, लेकिन किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया. आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है, योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है. भारत ने सदियों तक स्थिरता को एक मॉडल के रूप में जीकर दिखाया है. हम प्रगति और पर्यावरण को एक साथ लेकर चले हैं. अपने उन्हीं अनुभवों के आधार पर भारत ने विश्व को मिशन LiFE जैसा मानवीय विजन दिया है.
#WATCH नालंदा, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत में शिक्षा मानवता के लिए हमारे योगदान का एक माध्यम मानी जाती है। हम सीखते हैं ताकि अपने ज्ञान से मानवता का भला कर सकें। 2 दिन के बाद ही 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। आज भारत में योग की सैंकड़ों विधाएं मौजूद… pic.twitter.com/Hy9lgmvP7Z
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आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर- पीएम मोदी
#WATCH | Bihar: At the inauguration of the new campus of Nalanda University, Prime Minister Narendra Modi says, " My mission is to make India, the centre of education and knowledge to the world. My mission is to again make India's identity emerge as the world's most prominent… pic.twitter.com/t48owOB2OM
— ANI (@ANI) June 19, 2024
उन्होंने कहा कि मेरा मिशन है कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बने. भारत की पहचान फिर से दुनिया के सबसे प्रमुख ज्ञान केंद्र के रूप में हो. आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है. भारत के युवाओं पर है. दुनिया बुद्ध के इस देश के साथ, मदर ऑफ डेमोक्रेसी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है.