राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की शुक्रवार को संयुक्त बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सर्वसम्मति से नेता सदन के रूप में चुन लिया गया है. जिसके बाद नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. एनडीए का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी आज दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर पहुंचे और उनसे मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लिया.
#WATCH | PM Narendra Modi meets Bharat Ratna and veteran BJP leader LK Advani at the latter's residence in Delhi. pic.twitter.com/fZtIlOj5yw
— ANI (@ANI) June 7, 2024
एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि मेरे लिए खुशी की बात है कि इतने बड़े समूह को आज मुझे यहां स्वागत करने का अवसर मिला है. जो साथी विजयी होकर आए हैं, वो सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं. लेकिन, जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात परिश्रम किया है. इतनी भयंकर गर्मी में हर दल के कार्यकर्ता ने जो पुरुषार्थ और परिश्रम किया है, मैं आज उनको सिर झुकाकर प्रणाम करता हूं.
संविधान को माथे से लगाया
पीएम मोदी इस जीत के बाद जब पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बैठक के लिए पहुंचे तो उन्होंने भारत के संविधान को अपने माथे से लगा लिया. वहीं, पीएम मोदी के बैठते ही ‘मोदी-मोदी’ के नारे से पूरा हॉल गूंज उठा. इसके साथ ही गठबंधन दल के प्रमुख नेता पीएम मोदी के पक्ष में संबोधन के लिए आए और एक-एक कर पीएम मोदी के नेतृत्व को समर्थन की घोषणा की. वहीं, पीएम मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने के लिए जदयू के समर्थन की घोषणा करने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार उनका पैर छूना चाह रहे थे. लेकिन, पीएम मोदी ने उन्हें ऐसा करने से रोका और उनके हाथ को अपने हाथ में थाम लिया.
दरअसल, बैठक में अपनी पार्टी की तरफ से नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने का समर्थन करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की तरफ से भाषण दिया और फिर वापस अपनी कुर्सी पर लौटे तो पीएम मोदी का झुककर पैर छूने की कोशिश की. लेकिन, पीएम मोदी ने उनको ऐसा करने से रोका और दोनों ने झुककर एक-दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया.