टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने प्रवर्तन निदेशालय के समन को नजरअंदाज कर दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह गुरुवार को अपने कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करेंगी। बता दें कि ED ने महुआ को नई दिल्ली में ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा था।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैं दोपहर में कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार के लिए निकलूंगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में पूछताछ के लिए मोइत्रा और दुबई स्थित व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी को ताजा समन जारी किया था।
49 वर्षीय तृणमूल कांग्रेस नेता को केंद्रीय एजेंसी ने पहले भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह आधिकारिक काम का हवाला देकर उपस्थित नहीं हुईं और नोटिस को स्थगित करने की मांग की।
मोइत्रा, जिन्हें दिसंबर में “अनैतिक आचरण” के लिए लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था, को उनकी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से फिर से उम्मीदवार बनाया है।
भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल लोकपाल द्वारा संघीय एजेंसी को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने का निर्देश देने के कुछ दिनों बाद शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कैश-फॉर-क्वेरी मामले के संबंध में उनके परिसर पर छापा मारा था।
मोइत्रा ने किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया है।
क्या है मामला?
ईडी फेमा के प्रावधानों के तहत महुआ मोइत्रा का बयान दर्ज करना चाहती है. महुआ के खिलाफ NRI खाते से जुड़े लेनदेन की जांच की जा रही है. इसके अलावा विदेश में पैसे भेजने के कुछ अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है. गौरतलब है कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर कई आरोप लगाए थे. निशिकांत ने कहा था कि महुआ ने कारोबारी हीरानंदानी से महंगे गिफ्ट और पैसे लेकर अदाणी समूह और प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछा था.
महुआ का हीरानंदानी कनेक्शन
कैश फॉर क्वेरी यानी पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सासंद महुआ मोइत्रा को बड़ा झटका देते हुए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी सरकारी गवाह बन गए. हीरानंदानी ने कहा था कि उन्होंने अडाणी ग्रुप के बारे में संसद में सवाल उठाने के लिए टीएमसी सांसद को पैसे दिए थे. रियल एस्टेट से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाले समूह हीरानंदानी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने के लिए उद्योगपति गौतम अडाणी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोइत्रा का इरादा प्रधानमंत्री को बदनाम करना था, क्योंकि उनकी प्रतिष्ठा के कारण विपक्षी दलों को उन पर हमले का मौका नहीं मिलता.