बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच आज कहा कि यदि सांसदों की संख्या के अनुपात में देखा जाए तो कांग्रेस को बीजेपी से ज्यादा चंदा मिला है. कांग्रेस नेता लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर बीजेपी पर हमले कर रही है. इस बारे में अमित शाह ने कहा कि, सांसदों के अनुपात में देखें तो कांग्रेस को 9 हजार करोड़ रुपये मिले हैं, वहीं बीजेपी को 6600 करोड़ रुपये मिले हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “इनकी पार्टी (कांग्रेस) ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड लिए हैं, तो क्या यह भी जबरन वसूली है? जहां-जहां राज्यों में उनकी सरकार थी, इन्हें भी इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से पैसे मिले हैं. राहुल गांधी पूरे देश को बताएं कि वे भी जबरन वसूली करते हैं! वहीं सांसदों के अनुपात में हमसे ज्यादा उन्हें डोनेशन मिला है. अगर सांसदों के अनुपात में इस डोनेशन का आकलन करें तो कांग्रेस को 9 हजार करोड़ मिले हैं, वहीं बीजेपी को 6600 करोड़ रुपये मिले हैं. इसलिए बेबुनियाद के आरोप विपक्ष लगा रहा है, क्योंकि हमारे ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है.”
कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार पर संविधान बदलने के आरोप से जुड़े सवाल पर अमित शाह ने कहा, “भाजपा कभी ऐसा नहीं करेगी और न करने देगी. विपक्षी दल संविधान बदलने के मुद्दे को आरक्षण से जोड़कर पेश कर रहे हैं. लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे पास 2014 में भी संविधान बदलने के लिए पूर्ण बहुमत था और 2019 में भी भाजपा का पूर्ण बहुमत था. 10 साल से नरेंद्र मोदी जी पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ शासन कर रहे हैं. हमने कभी आरक्षण को छेड़ा नहीं है. हम न कभी आरक्षण के साथ छेड़छाड़ करेंगे… न किसी को करने देंगे. यह हमारा कमिटमेंट है, देश की जनता के साथ.”
सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड पर सुनाया था यह फैसला
मालूम हो कि 15 फरवरी को एक ऐतिहासिक फैसले में, सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड योजना को इस आधार पर रद्द कर दिया कि यह नागरिकों के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करता है. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह योजना असंवैधानिक और मनमानी है और इससे राजनीतिक दलों और दानदाताओं के बीच बदले की व्यवस्था हो सकती है.
धारा 370 को हटाने के लिए बहुमत का प्रयोग किया
उन्होंने कहा कि, ”मोदी जी ने पिछड़ा समाज, दलित समाज, आदिवासी समाज के कल्याण के लिए सबसे ज्यादा काम किया है. हमने हमारे बहुमत का प्रयोग किया है, धारा-370 को हटाने के लिए, ट्रिपल तलाक को खत्म कर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए, सीएए लाकर विदेशों में प्रताड़ित हो रहे लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमने इसका उपयोग किया है. हमने बहुमत का उपयोग आरक्षण छीनने के लिए नहीं किया है.”
क्या कांग्रेस बहुमत का दुरुपयोग करती रही है? इस सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “बहुमत का दुरुपयोग करने की परंपरा किसी पार्टी की रही है, तो वो केवल कांग्रेस की रही है. इंदिरा गांधी ने बहुमत का दुरुपयोग इमरजेंसी लगाने में किया था, लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए किया था. वहीं, हमने पूरे लोकतांत्रिक माध्यम से देश की महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने में अपने बहुमत का प्रयोग किया है. देश की जनता यह सब जानती है, विपक्ष के पास मुद्दे नहीं हैं. इसलिए इस तरह के आरोपों से भावनात्मक विरोध खड़ा करना चाहते हैं. लेकिन मैं नहीं मानता कि देश की जनता इनके छलावे में आएगी.”