राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को जालौर लोकसभा सीट से शिकस्त मिली है। बीजेपी के लुंबाराम ने उन्हें 2,01,543 वोटों के अंतर से हराया।
लुंबाराम को 7,96,783 वोट मिले जबकि वैभव गहलोत को 5,95,240 वोट मिले। बेटे की हार पर अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस सीट पर वैभव का जीतना मुश्किल था।
बातचीत करते हुए पूर्व सीएम ने कहा, यह एक कठिन सीट थी क्योंकि यह क्षेत्र गुजरात की सीमा से करीब है। वहां जो भाषा बोली जाती है उसे गुजराती समझ सकते हैं। हमने पिछले 20 वर्षों से यह सीट नहीं जीती है। हालांकि, देश की परिस्थिति को देखते हुए, तानाशाही को बचाने के लिए और अगली बार वोटिंग होगी या नहीं? इन सभी चीजों के मद्देनजर हमारी पार्टी ने इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
#WATCH राजस्थान: जालोर से कांग्रेस उम्मीदवार और बेटे वैभव गहलोत की हार पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ने कहा, "वह(जालोर) काफी मुश्किल सीट थी… पिछले 20 साल से हम उस सीट को नहीं जीत रहे थे… पार्टी ने हमें समर्थन दिया है तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम मैदान… pic.twitter.com/MyKcJmzc7u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2024
चुनाव में हार-जीत तो चलती रहती है: अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी ने हमारा समर्थन किया। यह हमारी जिम्मेदारी है कि मैदान में हम मजबूती से खड़े रहें। हम शुरू से जानते थे कि इस सीट पर जीतना मुश्किल है। देश, प्रदेश और कांग्रेस की स्थिति को समझते हुए वैभव गहलोत ने वहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया। हमारा संदेश जनता तक बहुत अच्छा गया
अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव में हार-जीत तो चलती रहती है। अगर आपके दिल में सेवा की भावना है, तो हार क्या है और जीत क्या है?’
इन नेताओं ने मारी बाजी
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर सीट 55,711 वोटों के अंतर से जीत ली। केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव अलवर से 48,282 वोटों से जीते। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर सीट 1,15,677 वोटों से जीती। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला कोटा से 41,974 वोटों से जीते।
कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीना दौसा से 2,37,340 वोटों से, बृजेंद्र सिंह ओला–झुंझुनू से 18,235 वोटों से, हरीश चंद्र मीना–टोंक सवाई माधोपुर से 64,949 वोटों से और उम्मेदा राम बेनीवाल–बाड़मेर से 1,18,176 वोटों से जीते।