अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 4 दिवसीय भारत की यात्रा के लिए सोमवार, 21 अप्रैल की सुबह नई दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने परिवार के साथ अक्षरधाम पहुंचकर दर्शन किए. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया था. अक्षरधाम मंदिर में दर्शन के दौरान वेंस और उनकी पूरी फैमिली मौजूद थी. इस दौरान बच्चे भारतीय परिधान में नजर आए. जेडी वेंस की पत्नी उषा भारतीय मूल की हैं.
इस दौरान वेंस परिवार मंदिर की शानदार कला और वास्तुकला को देखकर खुश हो गया. उन्होंने अक्षरधाम परिसर में लिखे सद्भाव, पारिवारिक मूल्यों और शाश्वत ज्ञान के संदेशों की सराहना की. गेस्ट बुक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने अपना अनुभव शेयर किया.
वेंस ने लिखा कि इस खूबसूरत जगह पर मेरा और मेरे परिवार का स्वागत करने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद. यह भारत के लिए बहुत बड़ा श्रेय है कि आपने सटीकता और देखभाल के साथ एक सुंदर मंदिर बनाया है. हमारे बच्चों को, विशेष रूप से, यह बहुत पसंद आया. भगवान सबका भला करें.
Delhi: Vice President of the United States, JD Vance, Second Lady Usha Vance, along with their children, visited Akshardham Temple.
(Source: Akshardham Temple) pic.twitter.com/eQrvqWpol5
— ANI (@ANI) April 21, 2025
पीएम से होगी जेडी वेंस की मुलाकात
यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला कर रखा है और चीन के साथ एक तरह का टैरिफ वॉर शुरू हो गया है. जेडी वेंस इस दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और अर्थव्यवस्था, व्यापार और भू राजनीतिक (जियोपॉलिटिकल) संबंधों पर बातचीत करेंगे.
ट्रंप कार्यकाल के दूसरे अधिकारी का दौरा
उप-राष्ट्रपति वेंस इस कार्यकाल में भारत आने वाले ट्रंप प्रशासन के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी हैं. पहली बार राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड भारत आई थीं, जिन्होंने मार्च में दौरा किया था. पीएम मोदी और वेंस की इस मुलाकात पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं. वेंस अपनी इस यात्रा में आगरा में ताजमहल का दीदार करेंगे. इसके अलावा वे आखिरी दिन जयपुर भी जाएंगे. वहीं से सीधे अमेरिका के लिए वापस रवाना हो जाएंगे.
क्या बोलीं अक्षरधाम मंदिर की प्रवक्ता?
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के अक्षरधाम मंदिर दौरे पर अक्षरधाम मंदिर की प्रवक्ता राधिका शुक्ला ने कहा कि उन्हें एक स्मारिका दी गई ताकि उनकी यादें हमेशा बनी रहें. जब वे अक्षरधाम मंदिर में दर्शन कर रहे थे, तो उन्हें यहां की कलाकृति, यहां दिए गए संदेश और सांस्कृतिक नक्काशी बहुत पसंद आई. उनके बच्चों ने भी खूब आनंद लिया. उन्होंने हमारे देश की संस्कृति और परंपरा का अनुभव किया, जिसके बाद वे बेहद खुश नजर आए.