आज का दिन भारतीय न्यायपालिका के लिए महत्वपूर्ण है। जस्टिस संजीव खन्ना ने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। उन्होंने जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ का स्थान लिया है, जो कल रिटायर हो गए थे। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल न्यायपालिका में पारदर्शिता, निष्पक्षता और संविधान की रक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी नियुक्ति न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार और प्रगति की दिशा में एक नया अध्याय हो सकता है।
कब तक रहेगा कार्यकाल?
जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल 13 मई 2025 तक रहेगा, और इस दौरान उनसे कई अहम मामलों में फैसले लेने की अपेक्षा है। जनवरी 2019 में सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के बाद से, उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसलों में भाग लिया है।
#WATCH | Delhi: President Droupadi Murmu administers the oath of Office of the Chief Justice of India to Sanjiv Khanna at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/tJmJ1U3DXv
— ANI (@ANI) November 11, 2024
उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता बनाए रखने, चुनावी बॉन्ड योजना की समीक्षा, अनुच्छेद 370 को हटाने जैसे संवेदनशील मामलों में भूमिका निभाई है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने जैसे मामलों में भी न्याय प्रदान किया है। उनके अनुभव और निष्पक्ष दृष्टिकोण से, उनके कार्यकाल में न्यायपालिका में संतुलन और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा की दिशा में मजबूत कदम उठने की उम्मीद की जा रही है।
कौन हैं जस्टिस संजीव खन्ना?
जस्टिस संजीव खन्ना का न्यायिक करियर उनके समर्पण और उत्कृष्ट कानूनी क्षमता का प्रतीक है। 14 मई 1960 को जन्मे जस्टिस खन्ना का कानून में प्रवेश 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के रूप में हुआ। इसके बाद, 2004 में दिल्ली के स्थायी वकील के रूप में नियुक्त होने के बाद उन्होंने न्यायिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। 2005 में वह दिल्ली हाई कोर्ट के एडिशनल जज बने, और 2006 में उन्हें परमानेंट जज का दर्जा मिला।
#WATCH | Delhi: Justice Sanjiv Khanna took oath as the 51st Chief Justice of India at Rashtrapati Bhavan in the presence of President Droupadi Murmu, PM Narendra Modi and other dignitaries. pic.twitter.com/PbFsB3WVVg
— ANI (@ANI) November 11, 2024
सुप्रीम कोर्ट में 18 जनवरी 2019 को प्रमोट होने के बाद से, जस्टिस खन्ना ने कई महत्वपूर्ण मामलों में अपना योगदान दिया है। वह एक प्रतिष्ठित न्यायिक परिवार से आते हैं—उनके पिता न्यायमूर्ति देव राज खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश थे, और उनके चाचा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एच आर खन्ना अपने साहसिक फैसलों के लिए प्रसिद्ध थे।
जस्टिस संजीव खन्ना लंबित मामलों के शीघ्र निपटारे और न्याय में गति लाने के लिए भी प्रयासरत रहे हैं। उनका ध्यान न्यायपालिका की दक्षता बढ़ाने और सुगम न्याय प्रणाली स्थापित करने पर रहा है।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi arrives at Rashtrapati Bhavan to attend the oath-taking ceremony of Sanjiv Khanna as the 51st Chief Justice of India. pic.twitter.com/wUaerQLcor
— ANI (@ANI) November 11, 2024