कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जहां वह अक्सर कर्नाटक कांग्रेस और सरकार में डीके शिवकुमार के साथ वर्चस्व को लेकर अक्सर मुश्किलों का सामना करते रहते हैं तो वहीं अब वह मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले में फंस गए हैं. दरअसल, मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण से मुआवजे का दावा करने के लिए कथित रूप से जाली दस्तावेज बनाने के आरोप में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और नौ अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. उनके खिलाफ ये शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने दर्ज कराई है. जिसमें सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती, उनके साले मल्लिकार्जुन स्वामी देवराज का नाम शामिल है.
MUDA Scam: Complaint filed against Karnataka CM Siddaramaiah, 9 others
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— ANI Digital (@ani_digital) July 10, 2024
मैसूर के विजयनगर में दर्ज कराई गई शिकायत
बता दें कि ये शिकायत मैसूर के विजयनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है. इस शिकायत में इसी मामले में डिप्टी कमिश्नर, तहसीलदार, डिप्टी रजिस्ट्रार और MUDA अधिकारियों की संलिप्तता का भी आरोप लगाया गया है. पुलिस के साथ-साथ राज्यपाल, राज्य के मुख्य सचिव और राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को भी पत्र लिखा गया है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि मुडा ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये के प्लॉट हासिल कर धोखाधड़ी की है. स्नेहमयी कृष्णा ने अपनी शिकायत में कई सवाल उठाए हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने की जांच की मांग
वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही राज्य सरकार से इसे सीबीआई को स्थानांतरित करने की अपील की. प्रल्हाद जोशी ने कहा, “यह आरोप लगाया गया है कि यह 3,800 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला है और MUDA द्वारा विधिवत अधिकृत भूखंडों को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी के नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया है. यह एक बहुत बड़ा घोटाला है और तत्कालीन डीसी जो अब हैं इसे छुपाने के लिए स्थानांतरित कर दिया गया, इस मामले को देखने और MUDA को उचित निर्देश देने के लिए राज्य सरकार को 15 से अधिक पत्र लिखे थे, इसके बावजूद, उन्होंने कार्रवाई नहीं की और सिद्धारमैया को बहुत मूल्यवान जमीन मिल गई.”
डीके शिवकुमार ने किया आरोपों से इनकार
वहीं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार को MUDA (मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण) साइट आवंटन में किसी भी घोटाले के आरोपों को खारिज कर दिय. उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान कोई घोटाला नहीं हुआ है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “राज्य में हुए सभी घोटाले बीजेपी के कार्यकाल के दौरान हुए हैं. हम सत्र के दौरान सभी आरोपों का जवाब देंगे.”