आम के आम और गुठलियों के दाम या आम खाओ पेड़ मत गिनो… भारत में ‘आम’ से जुड़ी ना जाने कितनी कहावते हैं. भारत दुनिया के सबसे बड़े आम एक्सपोर्टर में से एक है. भारत के मुकेश अंबानी एशिया के सबसे बड़े आम निर्यातक हैं, जिनके पास 600 एकड़ से बड़ा आम का बाग है, और अब इन्हीं आम का जादू अमेरिका पर चढ़ चुका है. महज 5 महीने में अमेरिका 2000 टन से ज्यादा आम सफाचट कर गया है.
वाणिज्य मंत्रालय ने भारत से अप्रैल से अगस्त के बीच निर्यात हुए आम के आंकड़े जारी किए हैं. इसके हिसाब से चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 5 महीनों में भारत ने 27,330.02 टन आम का एक्सपोर्ट किया है. जबकि पिछले साल इसी अवधि में भारत ने महज 22,963.78 टन आम का निर्यात किया था. भारत ने अप्रैल से अगस्त के बीच 400.39 करोड़ रुपए का आम निर्यात किया है. ये पिछले साल 336.16 करोड़ रुपए था, जो टोटल 19% की ग्रोथ को दिखाता है.
अमेरिका में 2000 टन सफाचट
भारत से सबसे ज्यादा आम इंपोर्ट अमेरिका ने किए हैं. इन 5 महीनों के दौरान भारत से 2043.60 टन आम अमेरिका एक्सपोर्ट हुए. इसके अलावा जापान ने भारत से 43 टन, न्यूजीलैंड ने 111 टन, ऑस्ट्रेलिया ने 58.42 टन और दक्षिण अफ्रीका ने 4.44 टन आम का आयात किया. इसके अलावा ईरान, मॉरीशस, चेक रिपब्लिक और नाईजीरिया भी उन देशों में शुमार हैं, जिन्होंने बड़ी मात्रा में भारत से आम का आयात किया है.
भारत को मिला इसका फायदा
भारत को इस साल एक खास कदम का फायदा मिला है. भारत ने आम के निर्यात को बढ़ाने के लिए अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर और एनिमल एंड प्लांट हेल्थ इंस्पेक्शन सर्विस को इंस्पेक्शन के लिए बुलाया था. ताकि निर्यात करने से पहले ही क्वालिटी की जांच हो सके. इसके चलते अमेरिका में ज्यादा बड़े पैमाने पर आम का निर्यात हुआ. अमेरिकी इंस्पेक्टर ने वाशी, नासिक, बेंगलुरू और अहमदाबाद जैसे शहरों में मैंगो इरैडिकेशन फैसिलिटी का मुआयना किया था.
सिर्फ अमेरिका ही नहीं भारत सरकार ने दक्षिण कोरिया से भी आम के निर्यात को लेकर प्री-क्लियरेंस लेने का काम किया. इससे भारत को 18.43 टन फलों के निर्यात में सफलता मिली.