सीएम योगी का महाकुंभ पर जोरदार जवाब, विपक्ष के आरोपों को खारिज किया
लखनऊ, 25 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान महाकुंभ के आयोजन पर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए प्रयागराज महाकुंभ को ऐतिहासिक और विश्व स्तरीय आयोजन बताया।
महाकुंभ ने जोड़ें नए पंच तीर्थ
सीएम योगी ने कहा, “महाकुंभ ने प्रयागराज, अयोध्या, काशी, मथुरा, और गोरखपुर को नए पंच तीर्थ के रूप में जोड़ दिया है, जिससे श्रद्धालु इन स्थानों की यात्रा कर रहे हैं। यह आयोजन अब तक हुए सभी धार्मिक आयोजनों के रिकॉर्ड को तोड़ चुका है।” उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश अब एक नए युग की ओर अग्रसर हो रहा है, जहां महाकुंभ जैसी घटनाएँ राज्य की प्रतिष्ठा को वैश्विक स्तर पर ऊंचा कर रही हैं।
विपक्ष की आलोचनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया प्रयागराज महाकुंभ की भव्यता को देख रही थी, तब विपक्ष केवल आलोचना में व्यस्त था। उन्होंने कहा, “महाकुंभ कोई साधारण आयोजन नहीं है, यह भारत की सनातन परंपरा और संस्कृति का महोत्सव है, जिसने देश को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।”
प्रयागराज ने देश के उन लोगों को आईना दिखाने का काम किया है, जो भारत और भारतीयता को, सनातन परंपरा को अक्सर कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करते थे… pic.twitter.com/4sQAnkfEpr
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 25, 2025
महाकुंभ का आंकड़ों से प्रमाण
सीएम योगी ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि अब तक 64 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं, जो दुनिया के किसी भी धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले लोगों से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी अभूतपूर्व है।
राम मंदिर और महाकुंभ पर विपक्ष का दोहरा रवैया
योगी आदित्यनाथ ने समाज के रवैये पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कोई भी महान कार्य तीन चरणों से गुजरता है – उपहास, विरोध और अंततः स्वीकृति। उन्होंने उदाहरण दिया कि राम मंदिर निर्माण और महाकुंभ आयोजन के दौरान विपक्ष ने विरोध किया, लेकिन अब वही लोग उसी आस्था में समर्पित हो गए हैं।
भारत की सनातन परंपरा – विश्व संस्कृति की आधारशिला
सीएम योगी ने महाकुंभ की तुलना दुनिया के अन्य प्रमुख धार्मिक आयोजनों से करते हुए कहा कि मक्का में हज के दौरान 1.4 करोड़ लोग आते हैं, वेटिकन सिटी में 80 लाख श्रद्धालु साल भर में आते हैं, जबकि अयोध्या में 52 दिनों में 16 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि काशी, मथुरा-वृंदावन और अन्य तीर्थ स्थानों पर भी लाखों लोग पहुंचे, जिससे यह साबित होता है कि भारत की सनातन परंपरा न केवल धार्मिक मान्यताओं तक सीमित है, बल्कि विश्व संस्कृति की आधारशिला है।
विपक्ष द्वारा किए गए झूठे प्रचार पर पलटवार
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर महाकुंभ को बदनाम करने के लिए झूठा प्रचार किया गया। उन्होंने उदाहरण दिया कि गोरखपुर-बस्ती मंडल के 35 लोग लापता होने का दावा किया गया था, जबकि वे सभी सुरक्षित घर लौट आए। सीएम ने कहा कि डिजिटल कुंभ प्रणाली ने 28,000 बिछड़े लोगों को उनके परिवारों से मिलवाया और इससे संबंधित झूठी अफवाहों को नकार दिया।
महाकुंभ की सफलता – सरकार की मेहनत और समर्पण
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि महाकुंभ का आयोजन भारत की सनातन संस्कृति को दुनिया के सामने लाने का एक महान प्रयास था और इसे उत्तर प्रदेश सरकार की मेहनत और समर्पण के कारण ऐतिहासिक सफलता मिली।
इस प्रकार, सीएम योगी ने महाकुंभ की सफलता को राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान से जोड़ते हुए विपक्ष द्वारा किए गए आलोचनाओं का मजबूती से जवाब दिया।