IAS अधिकारी रिंकू दुग्गा (Rinku Dugga) को केंद्र सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति (Compulsory Retirement) दे दिया है। दुग्गा और उनके पति आईएएस अधिकारी संजीव खिरवार पिछले साल दिल्ली के एक स्टेडियम में कुत्ता घुमाने को लेकर विवादों में आए थे। इसके बाद दुग्गा का अरुणाचल प्रदेश तो खिरवार का लद्दाख ट्रांसफर कर दिया गया था। अब दुग्गा को जबरन रिटायरमेंट दे दिया गया है।
आईएएस अधिकारी रिंकू दुग्गा को सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति उनके करियर के रिकॉर्ड के आधार पर दिया है। अभी वे अरुणाचल प्रदेश के इंडिजिनियस अफेयर्स डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल सिक्रेटरी के तौर पर तैनात थीं।
एक सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया है कि रिंकू दुग्गा को फंडामेंटल रूल्स (एफआर) 56 (जे), केंद्रीय सिविल सेवा (सीसीएस) पेंशन नियम, 1972 के नियम 48 के तहत रिटायर किया गया है।
सरकार किसी भी अधिकारी को रिकॉर्ड के आधार पर जनहित में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे सकती है। इस मामले में अभी अधिकारी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। आईएएस रिंकू दुग्गा और उनके पति संजीव खिरवार दोनों ही अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शाषित (AGMUT) काडर के 1994 बैच के अधिकारी हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम का एक वीडियो वायरल हुआ था। दिल्ली सरकार के अधीन आने वाला यह स्टेडियम 2010 में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान बना था। वीडियो में आईएएस को कुत्ते के साथ स्टेडियम में टहलते देखा गया था। उस समय खिरवार दिल्ली के प्रधान सचिव (राजस्व) थे।
एक कोच के हवाले से बताया था, “हम पहले यहाँ 8-8:30 बजे तक ट्रेनिंग कराते थे। लेकिन अब हमें शाम के 7 बजते ही स्टेडियम छोड़ने के लिए कहा जाता है ताकि अधिकारी अपने कुत्ते को टहला सकें। इस वजह से हमारी ट्रेनिंग और प्रैक्टिस पर असर पड़ रहा है।” हालाँकि खिरवार ने इन आरोपों को सरासर गलत बताया था। उनका कहना था कि वे ‘कभी-कभी’ अपने पालतू कुत्ते को स्टेडियम में टहलाने के लिए ले जाते हैं। लेकिन इससे एथलीटों के प्रैक्टिस पर कोई असर पड़ने से उन्होंने इनकार किया था।