मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को सागर में रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय का डिजिटल का शुभारंभ किया। इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी इसी सेशन से शुरू हो जाएगी। सीएम यादव ने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर की नगरी सागर ने शिक्षा के सेक्टर में देश का नेतृत्व किया है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा क्षेत्र में मध्य प्रदेश की धरती देश का मुख्य केंद्र है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज सागर में शौर्य एवं पराक्रम की प्रतिमूर्ति रानी अवंतीबाई लोधी जी के नाम पर स्थापित होने वाले विश्वविद्यालय के डिजिटल लॉन्च कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गोविंद सिंह राजूपत, विधायक श्री गोपाल भार्गव सहित… pic.twitter.com/m5xbpkusCg
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 13, 2024
प्रदेश में तेज गति से चल रहा विकास का काम
सीएम मोहन यादव ने कहा कि संदीपनी आश्रम उज्जैन में खुद भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की थी। वहीं बुंदेलखंड की धरा पर डॉ. हरिसिंह गौर ने शिक्षा की मशाल जलाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 55 जिलों में सागर एक मात्र ऐसा जिला है जहां पर 2 विश्वविद्यालय हैं। सीएम यादव ने बताया कि आज से ठीक 52 साल पहले सागर में वीरांगाना रानी अवंती बाई लोधी के नाम पर स्टेट यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान किया गया था और उस फैसले को मूर्तरूप दिया जा रहा है। यह चीज साफ दिखाती है कि प्रदेश में विकास का काम तेज गति से चल रहा है।
नई शिक्षा नीति में क्या है खास?
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले युवाओं के हाथ में कागज की डिग्री के साथ-साथ हुनर भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा का पूरा ढांचा तैयार किया जा रहा है। सीएम यादव ने इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया है। सीएम यादव ने कहा कि पिछले दिनों 20 जनवरी को सागर में आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज बनाने का ऐलान किया गया था।