राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 6 जून, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, कुपवाड़ा, सोपोर और बारामूला सहित कुल 5 जिलों में 32 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई आतंकी साजिश की जांच के तहत की गई, जिसमें अलग-अलग आतंकी संगठनों के ओवर ग्राउंड वर्करों (OGW) की भूमिका की पड़ताल की जा रही है।
छापेमारी की मुख्य बातें:
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लश्कर-ए-तैयबा के मारे गए कमांडर शकूर अहमद डार (जून 2018) के कुलगाम स्थित घर पर भी छापा मारा गया।
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छापेमारी में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, आपत्तिजनक दस्तावेज, और वित्तीय लेन-देन के सबूत जब्त किए गए हैं।
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शोपियां, कुलगाम, सोपोर, कुपवाड़ा और बारामूला में कार्रवाई का फोकस स्थानीय ओवरग्राउंड नेटवर्क और उनके पाकिस्तान आधारित आतंकी आकाओं से लिंक पर रहा।
NIA का उद्देश्य:
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आतंकियों के लॉजिस्टिक सपोर्ट नेटवर्क का पर्दाफाश करना
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स्लीपर सेल और हवाला फंडिंग से जुड़े नेटवर्क का खात्मा
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आतंकी संगठनों के स्थानीय सहयोगियों की पहचान और गिरफ्तारी
पिछली कार्रवाई से जुड़ाव:
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बीते सप्ताह भी NIA ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़ी जासूसी रैकेट के सिलसिले में 8 राज्यों में 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
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इस मामले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मोती राम जाट को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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छापों में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और असम शामिल थे।
बड़ी तस्वीर:
NIA की लगातार हो रही छापेमारियों से यह साफ है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर और अन्य संवेदनशील राज्यों में आंतरिक सुरक्षा के खिलाफ किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर काम कर रही है। इन छापेमारियों का उद्देश्य आतंकी संगठनों के लोकल सपोर्ट सिस्टम को तोड़ना और पाकिस्तानी एजेंसियों की भारत में घुसपैठ को नाकाम करना है।