हेमा मालिनी पर टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर 48 घंटे के लिए प्रचार करने पर रोक लगा दी है। इस दौरान वह कहीं पर भी इंटरव्यू, रोड शो, जनसभा और मीडिया में कोई बयान नहीं दे सकेंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मथुरा से सांसद हेमा मालिनी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
हरियाणा में दिया था विवादित बयान
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा के कैथल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी की नेता और मथुरा सांसद हेमा मालिनी पर अभद्र टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया में जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो सुरजेवाला ने सफाई दी थी।
चुनाव आयोग ने जारी किया था नोटिस
सुरजेवाला ने कहा था कि मेरा इरादा उनका अपमान करना नहीं था। वीडियो में मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। सुरजेवाला की इस टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल 2024 को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
सुरजेवाला को जवाब के लिए मिला था 11 अप्रैल तक का समय
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अपने नेताओं द्वारा सार्वजनिक चर्चा के दौरान महिलाओं के सम्मान को बनाए रखने का की कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी मांगी थी। सुरजेवाला को जवाब के लिए 11 अप्रैल और खरगे को 12 अप्रैल तक का समय दिया गया था।
भाजपा ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
हरियाणा में प्रचार के दौरान सुरजेवाला द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से सुरजेवाला के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि इससे पार्टी पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं में सार्वजनिक चर्चा के दौरान महिलाओं के सम्मान को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
आलोचना के बाद सुरजेवाला ने दी थी सफाई
आयोग ने यह भी कहा था कि चुनाव अभियान को महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार के अपमान का मंच नहीं बनने दिया जा सकता है। हालांकि आपत्तिजनक टिप्पणी पर आलोचना के बाद सुरजेवाला ने कहा कि उनका इरादा अभिनेत्री व नेता का अपमान करना नहीं था। इधर, भाजपा सांसद हेमामालिनी ने कहा कि विपक्ष को प्रधानमंत्री मोदी से महिलाओं का सम्मान करना सीखना चाहिए। वे कम लोकप्रिय लोगों को निशाना बनाने से फायदा नहीं होने के कारण केवल लोकप्रिय लोगों को निशाना बनाते हैं।