पूरब में पश्चिम बंगाल से लेकर पश्चिम में महाराष्ट्र तक ईडी एक्शन में है. अलग-अलग घोटालों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की टीम रसूखदारों से जुड़े घोटालों के मामले में ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. इस बीच बुधवार सुबह NCP (शरद पवार गुट) के नेता रोहित पवार मुंबई स्थित ED दफ्तर पहुंचे. उनके साथ एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मौजूद हैं. महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला (MSC Bank Scam) के मामले में ईडी ने रोहित पवार को पूछताछ के लिए बुलाया था.
एनसीपी का प्रदर्शन-ईडी दफ्तर पर फोर्स तैनात
इसके पहले पेशी के लिए ईडी ने रोहित पवार को समन जारी किया था. इस पूछताछ से भड़की एनसीपी ने शक्ति प्रदर्शन किया है. ED के समन की खबर मिलने के बाद शरद पवार और सुप्रिया सुले भी मुंबई स्थित पार्टी दफ्तर पहुंचे. एनसीपी-शरद पवार गुट के कार्यकर्ता रोहित पवार के समर्थन में ईडी ऑफिस के बाहर पहुंचने लगे. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंबई में ईडी दफ्तर के बाहर भारी सुरक्षा तैनात की गई है.
हमें निशाना बनाया जा रहा- पूछताछ से पहले रोहित
लोगों का कहना है कि हमने लोगों की आवाज उठाई इसलिए हमें निशाना बनाया जा रहा है. शरद पवार और सुप्रिया सुले दोनों सिल्वर ओक से एनसीपी के प्रदेश कार्यालय में उपस्थित हैं. वहीं एनसीपी कार्यकर्ता भी इस दफ्तर के बाहर इकट्ठा हैं और नारेबाजी कर रहे हैं. ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
सत्यमेव जयते…सत्य की जीत होगी- सुप्रिया सुले
पूछताछ शुरू होने से पहले सुप्रिया सुले ने कहा कि सत्यमेव जयते सत्य की जीत होगी. यह समय हमारे लिए संघर्ष का है. लोगो के बीच में चर्चा है कि यह राजनैतिक षड्यंत्र के तहत सब हो रहा है. यह शक्तिप्रदर्शन नहीं है. युवाओं के प्रति उसका प्रेम है. इसमे गलत क्या है. जो भी चैलेंज आएंगे हम उसे फेस करेंगे. भारत सरकार का डेटा बता रहा है कि 95 फीसदी कार्रवाई विपक्ष के नेताओं पर चल रही है. देश संविधान से चलता है.
क्या है आरोप?
रोहित पवार पर महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक से बारामती एग्रो ने 5 हजार करोड़ का लोन लिया था. मुंबई पुलिस ने इसकी जांच बंद कर दी थी. वहीं, ED इस मामले में जांच करना चाहती है. एनसीपी का प्रदेश कार्यालय ईडी ऑफिस से 100 मीटर की दूरी पर है. शरद पवार, सुप्रिया सुले एनसीपी दफ्तर में मौजूद हैं. कथित तौर पर महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक घोटाला लगभग 25000 करोड़ का है. इसी के अंतर्गत रोहित पवार की कंपनी बरामती एग्रो और उससे जुड़े ट्रांजैक्शन भी शामिल है. बीते दिनों ईडी ने रोहित पवार की कंपनी बरामती एग्रो के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. पुणे, अमरावती, औरंगाबाद समेत 6 जगहों पर रेड की गई थी.
2019 में केस दर्ज किया गया था केस
मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू विंग ने साल 2019 में केस दर्ज किया था. दरअसल, पिछले साल मुंबई हाई कोर्ट में 22 अगस्त को राज्य के सरकारी सेक्टर के सूगर फैक्टरीज को जिस तरह से कम दामों में बेचा उपर कई सवाल खड़े हुए थे. रोहित पवार की कंपनी बरामती एग्रो ने कन्नड़ सहकारी शुगर कारखाना को महज 50 करोड़ में ही खरीद लिया था. इसलिए उन पर नीलामी प्रकिया में घोटाले के आरोप लगे थे.
नीलामी प्रक्रिया में बरामती एग्रो के साथ हाईटेक इंजीनियरिंग और समृद्धि शुगर फैक्ट्री का भी नाम शामिल था. नीलामी प्रक्रिया के दौरान हाईटेक कंपनी ने केवल 5 करोड़ रुपये की बीडिंग की. यह रकम भी बरामती एग्रो से ही ले गई थी ऐसे आरोप लगे. इसके साथ ही रोहित पर आरोप है कि बारामती एग्रो ने विभिन्न बैंकों उधार ली गई रकम का इस्तेमाल फैक्ट्री खरीदने में किया यानी की वर्किंग कैपिटल का प्रयोग शुगर फैक्ट्री को खरीदने के लिए किया गया.
कंपनी और बैंक डायरेक्टर दोनों शरद पवार के करीबी
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शरद पवार के करीबी थे. जिन्होंने एक ऐसी कंपनी को लोन दिया जो डूब गया. आपको बताते चलें कि ईडी रेड की खबर सामने आने के बाद रोहित पवार ने ट्वीट करते हुए लिखआ था कि महाराष्ट्र एक प्रगतिशील राज्य है, ऐसे में महापुरुषों से प्रेरणा लेते हुए सभी को संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए. आज वो खुद ईडी के सामने पूछताछ करने मुंबई स्थित दफ्तर पहुंचे हैं.