पिछले एक महीने में ही टमाटर की कीमत में जबरदस्त तेजी देखी गई है. टमाटर के महंगे होने से किचन का बजट बढ़ गया है. देश के अलग-अलग कोनों में टमाटर के लगातार बढ़ते रेट रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. बारिश के मौसम में टमाटर के अलावा दूसरी सब्जियों की कीमत में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. उत्तराखंड के कई इलाकों में टमाटर के दाम 200 रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड लेवल को पार कर गए हैं. गंगोत्री धाम में टमाटर 250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.
टमाटर की कीमत बढ़ने का कारण भारी बारिश और सब्जियों की आपूर्ति नहीं होना बताया जा रहा है. इस कारण सब्जियों के रेट में जबरदस्त तेजी आई है. लगातार बढ़ती सब्जी की कीमत से आम आदमी काफी परेशान है. एक दिन पहले ही उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार यूपी के शाहजहांपुर में टमाटर 162 रुपये बिक गया. हालांकि राजस्थान के चुरू जिले में न्यूनतम दर 31 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई.
टमाटर की आसमान छूती कीमत का ही असर है कि आम आदमी ही नहीं बल्कि रेस्टोरेंट और फूड चेन पर भी इसकार असर पड़ने लगा है. हाल ही मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग ने अपने कुछ प्रोडक्ट्स में टमाटर का इस्तेमाल बंद करने की बात कही है. इसका कारण अच्छी क्वालिटी का टमाटर उपलब्ध नहीं होना बताया गया है. मैकडॉनल्ड्स की तरफ से यह साफ किया गया कि मेन्यू से टमाटर हटाने का फैसला सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखकर किया गया है.
इससे पहले टमाटर की महंगी कीमत से जनता को राहत देने के लिए तमिलनाडु सरकार ने नया फैसला लिया है. राज्य सरकार की तरफ से राशन की दुकानों पर 60 रुपये प्रति किलो के भाव पर टमाटर उपलब्ध कराया जा रहा है. सरकार की तरफ से दिये गए आदेश में कहा गया कि इस कदम के बाद चेन्नई, कोयम्बटूर, सलेम, इरोड और वेल्लोर की पन्नई पसुमाई (फार्म फ्रेश) दुकानों पर टमाटर की बिक्री 60 रुपये किलो के रेट पर की जाएगी.