महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और शरद पवार (Sharad Pawar) को झटका लगा है और अजित पवार (Ajit Pawar) बगावत करते हुए कई विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) सरकार में शामिल हो गए हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में आया भूचाल अब अन्य राज्यों में भी पहुंचने लगा है और पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ भी आने वाले समय में शरद पवार जैसा ‘खेला’ हो सकता है.
महाराष्ट्र की राजनीति पर पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने कहा, ‘शरद पवार (Sharad Pawar) अपनी बेटी को राजनीति में लाना चाहते थे. इस कारण पार्टी के पुराने दिग्गज नेता और अजित पवार (Ajit Pawar) नाराज थे और वो एनडीए (NDA) में शामिल हो गए. इसी तरह पश्चिम बंगाल में भी ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) को राजनीति में लाना चाहती हैं. इस वजह से टीएमसी (TMC) के सभी दिग्गज नेता, जिन्होंने अपने हाथों से पार्टी को खड़ा किया है वो नाराज हैं. इस पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी हारेगी और ठीक उसी प्रकार (महाराष्ट्र की राजनीति) की चीजें पश्चिम बंगाल में भी होंगी.’
बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा उठापटक हुआ और अजित पवार (Ajit Pawar) ने पार्टी से बगावत कर एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार के इस कदम से शरद पवार (Sharad Pawar) और विपक्षी एकता को बड़ा झटका लगा है.
उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही अजित पवार (Ajit Pawar) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और उसके चुनाव चिह्न पर भी दावा किया है. अजित पवार ने दावा किया कि एनसीपी के सभी विधायक उनके साथ हैं और उन्होंने एक पार्टी के रूप में सरकार को समर्थन दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी पर दावा करते हुए कहा कि हम आगे भी एनसीपी के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ेंगे. सूत्रों के अनुसार, एनसीपी के 53 में से 40 विधायक अजित पवार के साथ हैं.