दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी विनोद चौहान को शनिवार (4 मई) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में भेज दिया गया. ईडी ने आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में विनोद चौहान को पेश किया था. ईडी की तरफ से चार दिनों की कस्टडी की मांग की गई थी. हालांकि, मामले पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने चौहान को 7 मई तक जांच एजेंसी की कस्टडी में भेज दिया है, जहां अब शराब नीति में पूछताछ की जाएगी.
ईडी ने आरोप लगाया था कि विनोद चौहान ने कथित तौर पर गोवा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को रिश्वत पहुंचाई थी. जांच एजेंसी ने बताया कि आरोपी से 1.06 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे. ईडी ने अदालत को बताया कि विनोद चौहान को पता था कि ये पैसा दिल्ली शराब घोटाले से अपराध की आय है.आरोपी ने गोवा चुनावों के लिए हवाला के माध्यम से यह पैसा पहुंचाया था. ईडी की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने विनोद चौहान को 7 मई तक हिरासत में भेज दिया है.
शुक्रवार को ईडी ने विनोद चौहान को किया अरेस्ट
दरअसल, दिल्ली शराब नीति मामले में शुक्रवार (3 मई) को विनोद चौहान को गिरफ्तार किया गया था. शराब नीति केस में अब तक हुई ये 18वीं गिरफ्तारी रही. इस केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी पार्टी के सहयोगी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और कई शराब व्यवसायियों और अन्य को संघीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
ईडी ने कविता की गिरफ्तारी के संबंध में अदालत के समक्ष पेश किए गए एक आधिकारिक दस्तावेज में चौहान की कथित भूमिका का उल्लेख किया था. एजेंसी ने दावा किया, के कविता के स्टाफ के एक सदस्य से पता चला कि उसने अभिषेक बोइनपल्ली के निर्देश पर आरोपी दिनेश अरोड़ा के कार्यालय से नकदी से भरे दो भारी बैग एकत्र किए और विनोद चौहान को दिए. बाद में उसने नयी दिल्ली के टोडापुर, नारायणा के पास एक पते से नकदी से भरे दो ऐसे बैग एकत्र किए और फिर से इसे विनोद चौहान को सौंप दिया.