प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस्वी यादव के मछली खाने वाले वीडियो पर हमला बोला है. पीएम मोदी ने कहा कि नवरात्र के समय इस वीडियो को दिखा दिखा कर किसको खुश कर रहे. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों जनता की भावनाओं से कोई लेना देना नहीं है. इनको लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने में मजा आता है.
पीएम मोदी ने कहा कि सावन के महीने में ये लोग एक मुलजिम के घर में जाकर मटन बनाते हैं और वीडियो डालते हैं. नवरात्र के दिनों में नॉनवेज खाने वाले वीडियो डालते हैं. जब राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया गया तो कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोगों ने इस निमंत्रण को भी ठुकरा दिया. कांग्रेस वाले राम मंदिर को चुनावी मुद्दा कहते हैं. उनके लिए ये चुनावी मुद्दा था लेकिन देश के लिए यह श्रद्धा का मुद्दा था.
हेलीकॉप्टर में तेजस्वी ने खाई मछली
पीएम मोदी ने कहा कि इन मुगलिया सोच वालों को जनता उखाड़ फेकेगी. बता दें कि बीते दिनों तेजस्वी यादव ने हेलीकॉप्टर में मछली खाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस वीडियो में वो मुकेश सहनी के साथ थे.
भाजपाइयों और गोदी मीडिया के भक्तों के 𝐈𝐐 का टेस्ट लेने के लिए ही हमने यह video डाला था और हम अपनी सोच में सही भी साबित हुए। ट्वीट में “दिनांक” यानि 𝐃𝐚𝐭𝐞 लिखा हुआ है, लेकिन बेचारे अंधभक्तों को क्या मालूम? आख़िर में सहनी जी द्वारा मिर्ची लगने का भी जिक्र किया गया है। https://t.co/SmQVLcQgyp
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 10, 2024
तेजस्वी के मछली खाने वाले वीडियो को लेकर सियासी बवाल छिड़ गया. नवरात्र में मछली खाने वाले वीडियो पोस्ट करने को लेकर बीजेपी के कई नेताओं ने उनकी कड़ी आलोचना की. हालांकि, तेजस्वी ने अपने उस ट्वीट में तारीख (8 अप्रैल) मेंशन किया था. मगर लोगों का कहना था कि अगर यह वीडियो 8 अप्रैल का था तो उसे 9 अप्रैल को क्यों सोशल मीडिया पर डाला गया?
मछली खाने को लेकर तेजस्वी ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद तेजस्वी ने कहा, हम जानते थे कि भाजपा वाले लोगों को मिर्ची लगेगी इसलिए हमने IQ टेस्ट करने के लिए वो पोस्ट किया. वीडियो के साथ जो हमने ट्वीट किया है उसमें साफ तौर पर तारीख लिखी हुई है. भाजपा वाले पढ़ते-लिखते तो हैं नहीं. इतनी प्रमुखता से भाजपा वाले बेरोजगारी पर बोलते हैं क्या? पलायन पर बोलते हैं क्या? गरीबी पर बोलते हैं क्या? लेकिन इन सब चीजों पर कैसे कूद-कूद कर बोल रहे हैं.