भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग भाषा, बोलियां, संस्कृति और परंपराएं हैं। कोई राज्य बर्फ की चादर से ढका रहता है तो कुछ राज्य हरी भरी वादियों के बीच पहाड़ों में स्थित हैं। कुछ मैदानी क्षेत्र, जंगलों और रेतीले मैदानों से घिरे हैं तो कुछ झीलों और झरनों से समृद्ध हैं। ऐसे ही दक्षिण भारतीय राज्य समुद्र तटों पर बसे हैं। पहाड़ों से लेकर मैदानी और समुद्री तटों पर स्थित इस जगहों पर कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो कि धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व रखते हैं। इतनी विविधताओं वाले देश की आबादी ही इन विविधताओं और अलग संस्कृतियों से परिचित नहीं है। वहीं दुनियाभर के देशों को भी भारत के पर्यटन से परिचित कराने के लिए राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
भारत एक बहुत बड़ा देश है, इसलिए यहां घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं। भारत में हर साल 25 जनवरी को नेशनल टूरिज्म डे (National Tourism Day) मनाया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि वर्ल्ड टूरिज्म डे (World Tourism Day) तो 27 सितंबर को मनाया जाता है तो भारत में 25 जनवरी को क्यों मनाया जा रहा है। दरअसल इस दिन को मनाने की शुरुआत भारत के आजाद होने के एक साल बाद 1948 में हुई थी, लेकिन इसकी शुरुआत के पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं…
Join us in celebrating NATIONAL TOURISM DAY on January 25, 2024, with an invigorating one-day trekking event from Triyoli to Slaangar. Flag-off at 10:15 AM from Ambaran: An international Buddhist monastic complex on the bank of the river Chenab (Asikni) at Akhnoor. pic.twitter.com/YaKeNGwyqe
— Jammu Tourism (@JammuTourism) January 23, 2024
नेशनल टूरिज्म डे की शुरुआत क्यों?
नेशनल टूरिज्म डे की शुरुआत भारत में टूरिज्म का महत्व बढ़ाने और देश की इकॉनोमी सुधारने के लिए की गई थी। नेशनल टूरिज्म डे की घोषणा के बाद भारत में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिला। शुरुआती दौर में भारत के टूरिस्ट प्लेसों के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला गया। हर साल पर्यटन मंत्रालय केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ सहयोग करके देशभर में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।
टूरिज्म के लिए क्यों खास है भारत?
भारत दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है। आसान भाषा में कहें तो भारत विरासत, संस्कृति, आध्यात्मिकता, साइंस और यूनिक डायवर्सिटी का खजाना है। भारत के पास समृद्ध विरासत और परंपराओं के लिए ऐसा आकर्षण है कि ट्रेवल करने वाले लोग चुबंक की तरह यहां खींचे चले आते हैं। ऐसे में नेशनल टूरिज्म डे भारत में पर्यटन के महत्व और देश के आर्थिक विकास के बीच एक खास संबंध बनाता है और इसके बारे में लोगों को जागरुक करता है।
क्या है इस बार का थीम?
हर साल पर्यटन मंत्रालय के द्वारा नेशनल टूरिज्म डे पर एक प्रोग्राम आयोजित किया जाता है, जिसकी एक थीम होती है। इस बार नेशनल टूरिज्म डे की थीम सस्टेनेबल यात्रा और सदाबाहर यादें हैं।
पर्यटन दिवस का उद्देश्य
पर्यटन भारत की समृद्धता से सभी को परिचित कराने का एक माध्यम है। इसके जरिए पूरे विश्व को भारत की ओर आकर्षित किया जाता है। साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी देश के पर्यटन का विशेष योगदान है। ऐसे में भारतीय पर्यटन के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता को महसूस किया गया। वैश्विक स्तर पर पर्यटन के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मूल्यों से लोगों को जागरूक कराने के उद्देश्य से पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2024 की थीम
इस साल पर्यटन दिवस 2024 का विषय ‘सतत यात्राएं, असामयिक यादें (Sustainable Journeys, Timeless Memories)है। यह थीम जिम्मेदार और सचेत यात्रा की अवधारणा पर जोर देती है। पिछले साल राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 की थीम ‘ग्रामीण और सामुदायिक केंद्रित पर्यटन’ और 2022 की थीम “आजादी का अमृत महोत्सव” थी।