इसरो ने गगनयान का पहला ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. स्पेस एजेंसी के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि यान का ट्रायल सफल रहा और साथ ही उन्होंने वैज्ञानिकों को बधाई दी. इसरो चीफ ने यह ऐलान करते हुए खुशी जताई की स्पेस एजेंसी ने यान का पहला परीक्षण सफलता के साथ पूरा किया. इससे पहले यान की लॉन्चिंग को लॉन्च से पांच सेकेंड पहले रोकना पड़ा था. इसरो चीफ के मुताबिक, तब इंजन में कोई तकनीकी खराबी आ गई थी. बाद में तकनीकी समस्याओं को दूर किया गया और फिर इसकी सफल लॉन्चिंग की गई.
इसरो चीफ ने कहा, “मुझे टीवी-डी1 मिशन के सफल समापन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. यह मिशन गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रू एस्केप सिस्टम के प्रदर्शन के लिए डिजाइन किया गया था. एक लॉन्चिंग व्हीकल की मदद से यान ने ध्वनि की गति से थोड़ी ज्यादा गति हासिल की और फिर अपने मिशन में कामयाबी पाई. क्रू मॉड्यूल सुरक्षित रूप से यान से अलग हुआ, और समुद्र में टच-डाउन सहित बाद के ऑपरेशनों को हरी झंडी दिखाई.”
2025 के लिए तैयार किया जा रहा मिशन गगनयान
श्रहरिकोटा से उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही यान ने बंगाल की खाड़ी में सफल लैंडिंग की. भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने पहले बताया कि आखिरी समय में टीवी-डी 1 बूस्टर का इग्निशन नहीं हुआ और पहले से शेड्यूल ट्रायल को रोकना पड़ा था. मिशन को 2025 के लिए तैयार किया जा रहा है, जहां भारत का एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजने का प्लान है.
इंजन में आई थी खराबी, लॉन्चिंग में हुई देरी
पहले तय समय में यान की लॉन्चिंग नहीं होने पर इसरो चीफ ने बताया कि इंजन का इग्निशन उम्मीद के मुताबिक नहीं हुआ और उन्हें इसकी जांच करने की जरूरत है कि क्या गलत हुआ. हालांकि, उन्होंने आश्वस्त किया था कि यान सुरक्षित है और कारणों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम भेजी गई. मिशन की टेस्ट लॉन्चिंग शनिवार सुबह 8 बजे के लिए शेड्यूल थी, फिर इसमें बदलाव कर 8.30 किया गया और लॉन्चिंग का अंतिम समय 8.45 बजे तय किया गया था लेकिन आखिरकार लॉन्चिंग दो घंटे देरी से 10 बजे की गई. इसरो चीफ ने बताया कि, ट्रायल टालने पर उन्होंने बताया कि कंप्यूटर फंक्शन समस्या के कारण टेस्टिंग में देरी हुई थी, जिससे ट्रायल उड़ान नहीं हो सका था.
#WATCH | Gaganyaan’s First Flight Test Vehicle Abort Mission-1 (TV-D1) launch put on hold at 5 seconds pic.twitter.com/ygOkpdaUx3
— ANI (@ANI) October 21, 2023
क्या है गगनयान मिशन का मकसद?
गगनयान मिशन भारत का खास मानव अंतरिक्ष उड़ान प्रोग्राम है. मिशन का लक्ष्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को 400 किमी की ऊंचाई पर लो अर्थ ऑर्बिट में तीन दिनों की यात्रा पर भेजना और उन्हें सुरक्षित धरती पर वापस लाना है. गगनयान की लॉन्चिंग के लिए अभी तारीख तय नहीं है लेकिन इस दरमियान यान को तीन परीक्षणों से गुजरना होगा. पहले टेस्ट का मकसद यान की उड़ान और उसकी सफल लैंडिंग, दूसरे टेस्ट में रोबोट को अंतरिक्ष में भेजना और तीसरे टेस्ट में इंसान को अंतरिक्ष में भेजने का टार्गेट है. इसके बाद 2040 तक भारत इंसान को चांद पर भेजकर उन्हें वापस धरती पर लाने की सफल कोशिश करेगा.