त्रिपुरा की जनता राम की भक्ति में डूब चुके हैं. त्रिपुरा से 483 श्रद्धालु विशेष ट्रेन से अयोध्या स्थित रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे. अगरतला रेलवे स्टेशन से त्रिपुरा की जनता आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने आस्था ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर श्रद्धालुओं को विदाई दी. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, यह ऐतिहासिक दिन है. प्रभु श्रीराम की भक्ति में हमलोग डूबे हुए हैं. त्रिपुरा के लिए ऐतिहासिक दिन है.
त्रिपुरा के सीएम ने शेयर की तस्वीरें
Over 400 people from various parts of Tripura started their journey from Agartala for Ram Mandir, Ayodhya in Astha Special train.
Glad to flag-off the train & witness this special moment at Agartala railway station, this evening. Also distributed dry fruit packets among the… pic.twitter.com/08oOk0ZDbm
— Prof.(Dr.) Manik Saha (@DrManikSaha2) February 14, 2024
उन्होंने भारतीय दर्शन और आस्था के पुनरुद्धार का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार को देते हुए कहा कि त्रिपुरा में धार्मिक उत्थान हो रहा है. राज्य की जनता प्रभु श्रीराम के बताए रास्तों पर चल रहे हैं. आज त्रिपुरा के लिए गर्व की बात है. यहां श्रद्धालु अयोध्या, रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं.
स्टेशन पर जय श्री राम
अगरतला रेलवे स्टेशन श्री राम की भक्ति में डूब चुका है. श्रद्धालु जय श्री राम के नारे के साथ यात्रा का आनंद ले रहे हैं. 500 साल के संघर्ष के बाद रामलला का भव्य मंदिर बना है. त्रिपुरा से अयोध्या के लिए आस्था नाम की विशेष ट्रेन चलाई जा रही है. यह 6 दिवसीय तीर्थयात्रा है. इस दौरान श्रद्धालुओं को कई सुविधाएं मिलेंगी. 1960 रुपये में यात्रियों को विशेष सुविधाएं मिल रही हैं.
आस्था ट्रेन शुक्रवार को अयोध्या पहुंचने वाली है, जहां श्रद्धालु अपनी पवित्र तीर्थयात्रा समाप्त करके 19 फरवरी को त्रिपुरा लौटने से पहले राम मंदिर में पूजा करेंगे और भगवान रामलला की मूर्ति से आशीर्वाद लेंगे.
आस्था ट्रेन में 20 स्लीपर कोच
भारतीय रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं को अयोध्या पहुंचाने के लिए “आस्था स्पेशल” ट्रेनों की घोषणा की थी. इस बीच, भारतीय रेलवे भारत भर के विभिन्न शहरों और टियर 1 और टियर 2 कस्बों से 200 से अधिक अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाने वाली आस्था ट्रेनें चला रहा है. रेलवे के अनुसार, प्रत्येक आस्था ट्रेन में 20 स्लीपर कोच होते हैं. एक ट्रेन में लगभग 1,400 लोग बैठ सकते हैं.
20 लाख से अधिक भक्तों ने राम मंदिर के दर्शन किए
श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण पारंपरिक नागर शैली में किया गया है. इसकी लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट है; चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है; और यह कुल 392 स्तंभों और 44 दरवाजों द्वारा समर्थित है. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं और देवी-देवताओं के जटिल चित्रण प्रदर्शित हैं. भूतल पर मुख्य गर्भगृह में भगवान श्री राम के बचपन के स्वरूप (श्री रामलला की मूर्ति) को रखा गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सात दिनों के भीतर 20 लाख से अधिक भक्तों ने राम मंदिर के दर्शन किए.