हिन्दू समाज को छत्रपति शिवाजी की वीरता और युद्ध कौशल प्रेरित करने को आगरा में उनकी 100 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यूपी सरकार आगरा की कोठी मीना बाजार को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने जा रही है। इसी क्रम में आगरा से पुणे तक 1250 किमी दूरी तय करने वाली गरुण क्षेप यात्रा आज से शुरू हो रही है।
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री योगी उपाध्याय ने बताया है कि वीर शिवाजी की प्रतिमा लगाने को लेकर शासन स्तर पर सहमति बन चुकी है। जल्द ही पर्यटन विकास को लेकर काम शुरू होने वाला है। महाराज छत्रपति शिवाजी 17 अगस्त 1666 को युद्ध क्षमता और वीरता के बल पर औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर आगरा से निकले थे। उनके सेनापतियों के 14वें वंशज इस दिन को स्मृति दिवस के रूप में मनाते हैं। गुरुवार को आगरा लाल किला शिवाजी प्रतिमा स्थल से पुणे तक गरुड़ क्षेप मुहिम यात्रा निकाली जाएगी। सेवला जाट के पास सराय मलूक चंद नामक स्थान पर मशाल जुलूस का भव्य स्वागत किया जाएगा। शिवाजी महाराज आगरा से जाते समय एक रात यहां रुके थे।
महाराष्ट्र से पहुंचे गरुड़क्षेप मुहिम के अध्यक्ष महाराष्ट्र के मुताबिक, यात्रा पूरी करने में 13 दिन का समय लगेगा। इसमें 1000 धावक 100 साइकिल सवार मशाल जुलूस के साथ शिवाजी महाराज को नमन करते हुए चलेंगे। अनुसरण करते हुए मराठी कलाकार प्राचीन युद्ध कला का प्रदर्शन आज भी करते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज गरुड़ क्षेप मुहिम यात्रा का स्वागत आगरा की समर्थ गुरु रामदास एवं छत्रपति शिवराय प्रतिष्ठान संस्था करेंगी। अध्यक्ष डॉ. वात्सल्य उपाध्याय ने बताया कि हिंदुत्व की प्रेरणा देने वाले महान वीर शासक की स्मृति को जोड़ने वाली इस यात्रा का आगरा क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जाएगा