दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा उनके चुनावी अभियान की एक अहम कड़ी है। अपने भाषण में उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ और दिल्ली की मौजूदा समस्याओं को मुख्य मुद्दा बनाया।
मुख्य बिंदु:
- प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र:
- योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को “सदी का सबसे बड़ा आयोजन” बताते हुए कहा कि पिछले 10 दिनों में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने त्रिवेणी में स्नान किया।
- उन्होंने प्रयागराज में स्वच्छता, बेहतर सड़कों और कुंभ के प्रबंधन को अपनी सरकार की उपलब्धि के रूप में प्रस्तुत किया।
- अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में यमुना नदी को गंदे नाले में तब्दील कर दिया गया है।
- योगी ने चुनौती दी कि क्या केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ यमुना में स्नान कर सकते हैं, जैसा कि उन्होंने संगम में किया।
- आम आदमी पार्टी पर हमले:
- योगी आदित्यनाथ ने AAP को “झूठ का ATM” बताते हुए अरविंद केजरीवाल पर धोखा देने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दिया और जनता को भी गुमराह कर रहे हैं।
- 2020 के दिल्ली दंगों का जिक्र करते हुए उन्होंने AAP के पार्षदों पर मिलीभगत और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप लगाया।
- दिल्ली बनाम नोएडा:
- सीएम योगी ने दिल्ली की तुलना उत्तर प्रदेश के नोएडा से करते हुए कहा कि नोएडा की सड़कों की गुणवत्ता दिल्ली की सड़कों से बेहतर है।
- उन्होंने यह बयान देकर दिल्ली सरकार के विकास कार्यों पर सवाल उठाए।
- राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा:
- योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली दंगों में AAP नेताओं की संलिप्तता ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला।
- उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर किया जाए।
चुनावी रणनीति:
- योगी आदित्यनाथ का यह भाषण दिल्ली में भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें विकास कार्यों, धार्मिक आयोजन (महाकुंभ), और राष्ट्रीय सुरक्षा को मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है।
- उन्होंने अपने राज्य उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों को एक उदाहरण के रूप में पेश करते हुए दिल्ली सरकार की कथित नाकामियों को उजागर किया।
योगी आदित्यनाथ का यह भाषण भाजपा की दिल्ली चुनावी रणनीति में धार्मिक और विकासात्मक मुद्दों को प्राथमिकता देने को दर्शाता है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखे प्रहार करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार जैसे विषयों को उठाया। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा का यह रुख चुनाव में कितनी सफलता दिला पाता है।