उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को श्री जगदंबा राज राजेश्वरी मंदिर की स्थापना- प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का उद्घाटन किया. सीएम ने कहा कि देश, समाज व लोक की व्यवस्था को लोक कल्याण के पथ पर अग्रसर करने के लिए जिस देवी का अनुष्ठान करते हैं, वह जगदंबा राजराजेश्वरी है. जो सबको नियंत्रित कर सही मार्ग पर ले चलने की प्रेरणा देती हैं। नैमिष तीर्थ के महात्म्य को ध्यान में रखकर सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं. इसे तीर्थ के रूप में विकसित करने का काम भी चल रहा है.
सीएम ने कहा कि नैमिषारण्य पुरातन वैभव को प्राप्त हो. इसका स्वरूप उसी रूप में फिर से प्राप्त हो सके, वह धर्म के साथ अर्थ के हित में भी है. यहां का पुरातन वैभव पुर्नस्थापित हो जाता है तो स्थानीय हजारों नौजवानों को रोजगार की सुविधाएं प्राप्त होंगी. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहले सप्ताह में दो-तीन बार गया तो मैंने व्यापारियों से पूछा कि कुछ लाभ भी हो रहा है या सिर्फ भीड़ ही आ रही है तो उन्होंने बताया कि हमारा व्यापार एक सप्ताह में तीस गुना बढ़ गया है. अच्छे कार्य से समाज का हर तबका लाभान्वित होता है.
सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक आयोजन सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा प्रदान करते हैं. शास्त्र कहता है कि धर्म से हीन व्यक्ति व पशु में अंतर नहीं है. धर्म केवल उपासना विधि नहीं है. धर्म अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है. धर्म शाश्वत व्यवस्था है, जिसके माध्यम से हम लोग अनुशासन, कर्तव्य व सदाचार का पाठ पढ़ते हैं. इनसे जुड़े नैतिक मूल्य का समन्वय ही वास्तव में धर्म है. पंथ-संप्रदाय, उपासना विधियां आएंगी-जाएंगी, लेकिन धर्म हमेशा शाश्वत रहता है. सनातन धर्म इस सृष्टि व मानवता का धर्म है.
मुख्यमंत्री ने कहा, जब तक सनातन धर्म है, विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा. सनातन धर्म पर खतरा आएगा तो विश्व मानवता पर खतरा आएगा. सनातन धर्म का मूल यज्ञ है. यह ऋषि-मुनियों की साधना है. संत सनमुखानंद पुरी जी महराज ने नर्मदा नदी के तट पर कई वर्षों तक साधना की. उस साधना का प्रसाद सिद्धि के रूप में राजराजेश्वरी आश्रम व मंदिर के रूप में देखने को मिल रहा है. नैमिष क्षेत्र में नई कड़ी और नई मणि जुड़ने जा रही है.
सीएम योगी ने कहा कि भारत की विरासत को नया स्वरूप प्रदान करने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में प्रारंभ हुए कार्य अद्भुत हैं. काशी में काशी विश्वनाथ को भव्य स्वरूप दिया गया है. महाकाल में महालोक का भव्य स्वरूप देखने को मिलेगा. केदारपुरी व बद्रीनाथ धाम में पुनरुद्धार का कार्य चल रहा है. अयोध्या में पांच सदी के बाद कोटि-कोटि सनातन धर्मावलंबियों की आस्था को संबल प्रदान हुआ है.
भगवान राम के लिए भारतवासियों का संयम अनोखा उदाहरण: CM
उन्होंने आगे कहा, भगवान राम की मर्यादा का पालन करते हुए न्यायालय के फैसले का पालन करते हुए भारतवासियों ने जिस संयम का परिचय दिया, वह दुनिया के लिए अनोखा उदाहरण है. दर्जनों पीढ़ियां, जिनके मन में अभिलाषा थी कि हम भी रामलला को विराजमान होता देखेंगे, अधूरी आशा के साथ वे साकेत धाम में चले गए. हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है, जिसने रामलला को अयोध्या धाम में फिर से विराजमान होते देखा है. हम भी धार्मिक आयोजनों के साथ समाज निर्माण, लोक कल्याण के लिए कार्य करें. सरकार व समाज मिलकर आगे बढ़ते हैं तो विकास कई गुना तेज हो जाता है.
‘लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण एक-दूसरे के पूरक हैं’
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में चलने वाले कार्यक्रम का उद्देश्य जाति, पंथ-वेशभूषा, खानपान से ऊपर उठकर देश के बारे में सोचें. देश हमारे लिए पहले है. मेरी साधना व वैभव देश हित में लगे, जिस दिन हर भारतवासी इस भाव से कार्य करना प्रारंभ कर देगा, भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित होने से कोई रोक नहीं सकता. लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण एक-दूसरे के पूरक हैं. इन दोनों को अलग नहीं किया जा सकता.